आचार्य यास्क वाक्य
उच्चारण: [ aachaarey yaasek ]
उदाहरण वाक्य
- ईसा से लगभग 800 वर्ष पहले आचार्य यास्क ने ‘ निरुक्त ' नामक एक ग्रंथ लिखा था | जिसका वैदिक साहित्य में बहुत ऊंचा स्थान है | इन निरुक्त (निरुक्त, अ. ३, ख.
- अगर महाभारत के समय तक आते-आते वैदिक भाषा कठिन हो गई थी, उसे और उसमें लिखे मंत्रों को समझाने के लिए आचार्य यास्क को ‘ निरुक्त ‘ नाम से एक किताब लिखनी पड़ी, तो इसका मतलब साफ है कि तब तक वैदिक भाषा आम लोगों से पूरी तरह दूर हो चुकी थी और लोगों के बीच रोजमर्रा की उसी संस्कृत का प्रयोग होता था, जिसमें वेदव्यास ने महाभारत नामक प्रबंध काव्य लिखा था।