इस्लाम में स्त्री वाक्य
उच्चारण: [ iselaam men setri ]
उदाहरण वाक्य
- निम्ननिखित कारणों से यह सिद्ध किया गया है कि इस्लाम में स्त्री के लिये एक समय में एक से अधिक पति रखना क्यों वर्जित किया गया है।
- पति को विरासत में दोगुना हिस्सा इसलिए मिलता है कि वह परिवार के भरण पोषण का ज़िम्मेदार है इस्लाम में स्त्री पर जीवनोपार्जन की कोई ज़िम्मेदारी नहीं है।
- पति को विरासत में दोगुना हिस्सा इसलिए मिलता है कि वह परिवार के भरण पोषण का ज़िम्मेदार है इस्लाम में स्त्री पर जीवनोपार्जन की कोई ज़िम्मेदारी नहीं है।
- प्रश्नः2. यदि एक पुरूष को एक से अधिक पत्नियाँ करने की अनुमति है तो इस्लाम में स्त्री को एक समय में अधिक पति रखने की अनुमति क्यों नहीं है?
- सवाल: यदि एक पुरूष को एक से अधिक पत्नियाँ करने की अनुमति है तो इस्लाम में स्त्री को एक समय में अधिक पति रखने की अनुमति क्यों नहीं है?
- इस्लाम में स्त्री को स्वाभाविक तौर पर ही पुरुष के संरक्षण में रहने योग्य माना गया है-‘ पुरुष महिलाओं के पोषक और संरक्षक हैं उन विशिष्टताओं के आधार पर जो ईश्वर ने एक व्यक्ति को दूसरे पर दी हैं।
- 2 एक समय में एक से अधिक पति (Policamy) प्रश्नः यदि एक पुरूष को एक से अधिक पत्नियाँ करने की अनुमति है तो इस्लाम में स्त्री को एक समय में अधिक पति रखने की अनुमति क्यों नहीं है?
- इस्लाम में स्त्री स्वतंत्रता को मुख्य माना गया है, लेकिन बाद में मुल्ला-मौलवियों ने उसकी जो व्याख्या की, पुरुष प्रधान समाज को ध्यान में रखते हुए जो फतवे जारी किए, वे स्त्री को गुलामी की बेड़ियों में जकड़ते गए.
- इसके अंतर्गत कुरआन का मराठी अनुवाद एवं साथ ही साथ विभिन्न विषयों पर एक सो पचासी (१५१) से अधिक पुस्तकों को रखा गया जिनमें हज़रत मुहम्मद साहब की जीवनी, इस्लाम में स्त्री के अधिकार, इस्लाम व आतंकवाद, जिहाद, मासांहार, एकेश्वरवाद आदि प्रमुख थी!
- प्रश्नः 2. यदि एक पुरूष को एक से अधिक पत्नियाँ करने की अनुमति है तो इस्लाम में स्त्री को एक समय में अधिक पति रखने की अनुमति क्यों नहीं है? प्रश्नः 3. ‘‘ इस्लाम औरतों को पर्दे में रखकर उनका अपमान क्यों करता है?