ईशावास्योपनिषद् वाक्य
उच्चारण: [ eeshaavaaseyopenised ]
उदाहरण वाक्य
- ईशावास्योपनिषद् में कहा गया है कि कर्मशील रहकर ही सौ वर्षों तक जीने की इच्छा करनी चाहिए ।
- कह सकते हैं विश्व की प्राचीनतम् उपनिषद् ईशावास्योपनिषद् और वृहदारण्यक उपनिषद् में ‘सत्य ' के दर्शन की गहन प्रार्थना है।
- ईशावास्योपनिषद् के अनुसार जगत् में जो कुछ स्थावर-जंगम संसार है, वह सब ईश्वर के द्वारा आच्छादनीय है.
- ईशावास्योपनिषद् का कहना है कि इस लोक में कर्म करते हुए ही सौ वर्ष जीने की इच्छा करनी चाहि ए.
- कह सकते हैं विश्व की प्राचीनतम् उपनिषद् ईशावास्योपनिषद् और वृहदारण्यक उपनिषद् में ‘ सत्य ' के दर्शन की गहन प्रार्थना है।
- “ तेन त्यक्तेन भुञ्जीथा ” (ईशावास्योपनिषद्) की उक्ति अनुसार जीवन में त्याग की प्रतिष्ठा से ही मोक्ष या परम शांति मिलेगी।
- ईशावास्योपनिषद् के ऋषि ने आत्म तत्व बोध की उपेक्षा करने वालों के बारे में कहा कि वे मर कर अंध लोकों में जाते हैं।
- “ ईशावास्योपनिषद् ” के सिद्धांतानुसार वे लोगों को ही उपदेश देते हैं कि तुम अपने पास उतनी ही सामग्री रखो, जिसकी तुमको वास्तव में आवश्कता हो।
- क्योकि तू ब्रहमा कोश है जो मेधा के द्वारा गोपित और आच्छादित है. 'ऐसा एक स्थल ईशावास्योपनिषद् से भी उद्धृत किया है जिसमे सूर्यदेवता काज्ञान के देवता रूप में आवाहन किया गया है.
- और जब सीलोन के मध्यभाग में-अनुराधापुर के समीप-महेन्द्र पर्वत के शिखर पर संध्यास्त के समय पहुंचा था, तब पाटलिपुत्र से आकाश मार्ग द्वारा आकर इस शिखर पर उतरे हुए महेन्द्र का स्मरण करके मैंने ईशावास्योपनिषद् गाया था।