ईशोपनिषद् वाक्य
उच्चारण: [ eeshopenised ]
उदाहरण वाक्य
- महात्मा नारायण स्वामी जी की ईशोपनिषद् पर टीका से (1) ›
- ईशोपनिषद् आपको आपकी चेतना का हनन नहीं करने को कहता है।
- शत. १२, ४, १, १), ईशोपनिषद् का वाक्य (कुर्वत्रेवेहि कर्माणि जिजीविषेच्छंत समा:।
- वस्तुतः यह ईशोपनिषद् में उपलब्ध एक मंत्र का अंतिम वाक्यांश है ।
- ईशोपनिषद् की विस्तृत व्याख्या संस्कृत में आदि शंकराचार्य द्वारा की गयी है ।
- प्रार्थना के आरंभ में प्रतिदिन ईशोपनिषद् के प्रथम श्लोक का पाठ होता है
- ईशोपनिषद् की शिक्षा-ईशोपनिषद् की मुख्य देन नीति-शास्त्र सम्बन्धी उपदेश है ।
- ईशोपनिषद् की शिक्षा-ईशोपनिषद् की मुख्य देन नीति-शास्त्र सम्बन्धी उपदेश है ।
- एक समय श्री दासगणू ने ईशोपनिषद् पर टीका (ईशावास्य-भावार्थबोधिनी) लिखना प्रारम्भ किया ।
- ईशोपनिषद् में कहा गया है कि जगत की प्रत्येक वस्तु शिव में स्थित है।