उत्प्रेक्षा अलंकार वाक्य
उच्चारण: [ uteprekesaa alenkaar ]
उदाहरण वाक्य
- अलंकारों में उपमा, रूपक, अपह्नुति, संदेह, यमक, अनुप्रास और सर्वाधिक रूप में उत्प्रेक्षा अलंकार इन्हें प्रिय था।
- रसखान ने अपनी कवि-कल्पना का सदुपयोग करते हुए उत्प्रेक्षा अलंकार का विविध प्रसंगों में रमणीय विधान किया है।
- ३. उत्प्रेक्षा अलंकार:-जहाँ उपमेय को ही उपमान मान लिया जाता है यानी अप्रस्तुत को प्रस्तुत मानकर वर्णन किया जाता है।
- उत्प्रेक्षा अलंकार:-जहाँ उपमेय को ही उपमान मान लिया जाता है यानी अप्रस्तुत को प्रस्तुत मानकर वर्णन किया जाता है।
- ३. उत्प्रेक्षा अलंकार:-जहाँ उपमेय को ही उपमान मान लिया जाता है यानी अप्रस्तुत को प्रस्तुत मानकर वर्णन किया जाता है ।
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- अथवा प्रियतम के दर्शन से मिले सौभाग्य के बल को धैर्य सहन नहीं कर सकता, यह भी व्यंग्य निकलता है जो उत्प्रेक्षा अलंकार है।
- (यहाँ मुख पर “ चन्द्रमा ” का आरोप किया गया है) उत्प्रेक्षा अलंकार जब उपमेय में उपमान की सम्भावना की जाती है, तब उत्प्रेक्षा अलंकार होता है.
- (यहाँ मुख पर “ चन्द्रमा ” का आरोप किया गया है) उत्प्रेक्षा अलंकार जब उपमेय में उपमान की सम्भावना की जाती है, तब उत्प्रेक्षा अलंकार होता है.
- जब दो वस्तुओं में भिन्नता रहते हुए भी उपमेय में उपमान की कल्पना की जाये या उपमेय के उपमान के सदृश्य होने की सम्भावना व्यक्त की जाये तो उत्प्रेक्षा अलंकार होता है.