उपरिचर वाक्य
उच्चारण: [ upericher ]
उदाहरण वाक्य
- पुराणॉ में निम्नलिखित कथाएँ देखिए-शुकदेवजी का जन्म धृताची से, मत्स्यगन्धा का जन्म उपरिचर और अन्द्रिका से, प्रमद्वरा का जन्म विश्वावसु मुनि और मेनका से.
- वह ब्रह्मा के शाप से मत्स्यभाव को प्राप्त हुई “ अद्रिका ” नाम की अप्सरा के गर्भ से उपरिचर वसु द्वारा उत्पन्न एक कन्या थी।
- “ और अप्सरा संततियॉ का पालन कब करती है? ” पुराणॉ में निम्नलिखित कथाएँ देखिए-शुकदेवजी का जन्म धृताची से, मत्स्यगन्धा का जन्म उपरिचर और अन्द्रिका से, प्रमद्वरा का जन्म विश्वावसु मुनि और मेनका से.
- उपरिचर की रानी का नाम गिरिका था | गिरिका भी बड़ी सुंदर और पवित्र हृदया थी | वह अपने पति को प्रेम तो करती ही थी, ईश्वर के प्रति भी बड़ी आस्थालु थी | निरंतर भजन और चिंतन में लगी रहती थी |
- शंख ध्यानरत हो गये / इसी समय मुनियों से घिरे हुए अगस्त्य जी भी आये / बहुत समय तक अराधना क़ी / मगर दर्शन न होने के कारण शोक में डूब गये / उस समय बृहस्पति, शुक्र, राजा उपरिचर और वसु, अगस्त्य जी के पास आये और बोले:
- एक बार गिरिका ऋतुमती हुई | तीन दिनों के पश्चात जब वह शुद्ध हुई, तो उपरिचर उसके साथ रमण करने से पूर्व ही वन में आखेट के लिए चला गया | राजा आखेट के लिए चला तो गया, किंतु उसका ध्यान रानी के साथ रमण करने की ओर ही लगा रहा |
- राजा उपरिचर एक महान प्रतापी राजा था | वह बड़ा धर्मात्मा और बड़ा सत्यव्रती था | उसने अपने तप से देवराज इंद्र को प्रसन्न करके एक विमान और न सूखने वाली सुंदर माला प्राप्त की थी | वह माला धारण करके, विमान पर बैठकर आकाश में परिभ्रमण किया करता था | उसे आखेट का बड़ा चाव था | वह प्राय: वनों में आखेट के लिए जाया करता था |
- फलत: मछली गर्भवती हो गई | दासराज नामक मल्लाह को वह मछली शिकार में मिली | जब उसने मछली के पेट को बीचो बीच से काटा तो उसके पेट से एक बालक और एक बालिका निकली | दासराज ने दोनों को उपरिचर को भेंट कर दिया | उपरिचर ने बालक को तो अपने पास रख लिया, पर बालिका को दासराज को लौटा दिया | दासराज उस बालिका को अपने घर ले जाकर उसका पालन-पोषण करने लगा |
- फलत: मछली गर्भवती हो गई | दासराज नामक मल्लाह को वह मछली शिकार में मिली | जब उसने मछली के पेट को बीचो बीच से काटा तो उसके पेट से एक बालक और एक बालिका निकली | दासराज ने दोनों को उपरिचर को भेंट कर दिया | उपरिचर ने बालक को तो अपने पास रख लिया, पर बालिका को दासराज को लौटा दिया | दासराज उस बालिका को अपने घर ले जाकर उसका पालन-पोषण करने लगा |