उपेंद्रनाथ अश्क वाक्य
उच्चारण: [ upenedrenaath ashek ]
उदाहरण वाक्य
- अब अलग बात है कि एक समय इलाहाबाद में उपेंद्रनाथ अश्क इस लिए बिखरे-बिखरे घूमते थे कि उन्हें नोबेल नहीं मिल रहा था।
- उपेंद्रनाथ अश्क पर एक संस्मरणात्मक टाइप की पुस्तक निकली और जैसा कि होना ही था, अश्क के अनेक रंगीन चित्रों के साथ।
- अब अलग बात है कि एक समय इलाहाबाद में उपेंद्रनाथ अश्क इस लिए बिखरे-बिखरे घूमते थे कि उन्हें नोबेल नहीं मिल रहा था।
- मैंने 13 वर्श की अवस्था में अपने शहर के राजकीय पुस्तकालय से किताब निकलवाई “ मंटो मेरा दुश्मन” जिसे लिखा था उपेंद्रनाथ अश्क ने।
- मैंने महज 13 की अवस्था में अपने शहर के राजकीय पुस्तकालय से किताब निकलवाई “ मंटो मेरा दुश्मन” जिसे लिखा था उपेंद्रनाथ अश्क ने।
- मैंने महज 13 की अवस्था में अपने शहर के राजकीय पुस्तकालय से किताब निकलवाई “ मंटो मेरा दुश्मन ” जिसे लिखा था उपेंद्रनाथ अश्क ने।
- प्रकाशचंद्र गुप्त, भैरव प्रसाद गुप्त, उपेंद्रनाथ अश्क जैसे वरिष्ठ साहित्यकारों और सेंट जॉजफ सेमिनरी से जुड़े फादर धीरानंद भट्ट इत्यादि विद्वानों की उपस्थिति सहज-स् वाभाविक होती थी।
- वह कहते कि देखो न मैंने भी चार शादियां कीं...। ऐं...! वह उपेंद्रनाथ अश्क की मिसाल देते कि उसकी पहली बीबी मरी, एक शादी की, फिर दूसरी और फिर तीसरी...।
- जबकि सामाजिक यथार्थवादियों, जैसे यशपाल, उपेंद्रनाथ अश्क, अमृतलाल नागर, मोहन राकेश, राजेंद्र यादव, कमलेश्वर, नागार्जुन एवं फणीश्वरनाथ रेणु ने भारतीय समाज के बदलते परिवेश का ईमानदारी से विश्लेषण किया।
- डा. लक्ष्मीनारायण लाल, मोहन राकेश, विष्णु प्रभाकर, गंगाधर शुक्ल, विनोद रस्तोगी, उपेंद्रनाथ अश्क, कमलेश्वर तथा मनहर चौहान ने इधर बहुत से चित्रएकांकी भी प्रस्तुत किए हैं।