ऋत्विज् वाक्य
उच्चारण: [ ritevij ]
उदाहरण वाक्य
- मंत्र में देव शब्द ऋत्विज् के लिए प्रयोग किया गया है, न कि देव के सामान्य अर्थ में ।
- चातुर्मास्य याग में इन चारों के अतिरिक्त “”प्रतिप्रस्थाता“” अधिक होता है और पशुयाग में “”मैत्रावरुण“” नामक छठा ऋत्विज् भी होता है।
- आश्वलायन गृह्यसूत्र (1.23) में ऋत्विज् के चुनने की विधि (ऋत्विक्वरण) दी गई है जिनमें ऋत्विज् के सर्वांगपूर्ण, सशक्त और तरुण होने का स्पष्ट आग्रह है।
- आश्वलायन गृह्यसूत्र (1.23) में ऋत्विज् के चुनने की विधि (ऋत्विक्वरण) दी गई है जिनमें ऋत्विज् के सर्वांगपूर्ण, सशक्त और तरुण होने का स्पष्ट आग्रह है।
- मन्त्र, ब्राह्मण, शाखा को पढ़े हुए ऋग्वेदी; वेदों के पारगामी, समस्त शाखाओं केज्ञाता ऋत्विज् तथा वेदों को पढ़कर पारंगत हुए विद्वान् ब्राह्मण कोविशिष्ट सम्मान प्राप्त था.
- ऋत्विज् से अभिप्राय यह है कि ऋतु अर्थात् जब सृष्टि रचने का समय आता है तो वह प्रभु अपनी ईक्षण क्रिया से सृष्टि की उत्पत्ति करता है।
- अब सब पात्रों की अग्नि में आहुति कर दो, यूप प्रणीता, कुश ऋत्विज्, यज्ञ, स्रुवा पुरुषों को और पाश सबका विसर्जन कर दो ।।
- मन्त्र, ब्राह्मण, शाखा को पढ़े हुए ऋग्वेदी; वेदों के पारगामी, समस्त शाखाओं के ज्ञाता ऋत्विज् तथा वेदों को पढ़कर पारंगत हुए विद्वान् ब्राह्मण को विशिष्ट सम्मान प्राप्त था।
- वेदी किं प्रमाणं च कृतं तत्र विंरचिना॥ ब्राह्मण ने यज्ञ कैसे किया? ऋत्विज् और ब्राह्मण कौन-कौन थे? उस यज्ञ के विभाग क्या-क्या थे? द्रव्य और दक्षिणा क्या थी? वेदी कितने प्रमाण की थी?
- और सायंकाल होम करनेवाला ऋत्विज एक ही होता है, परंतु दर्श (अमावस्या के दूसरे दिन प्रतिपद को होनेवाली) इष्टि में तथा पौर्णमास (पूर्णिमा के दूसरे दिन प्रतिपदवाली) इष्टि में चार ऋत्विज् होते हैं जिनके नाम हैं-अध्वर्यु, होता, ब्रह्मा और आग्नीध्र।