एके ४७ वाक्य
उच्चारण: [ ek 47 ]
उदाहरण वाक्य
- दृष्यभाषा की यह आवश्यकता है।...हमारे महाकाव्य...हमारे मिथक, भाषा का यानी सम्प्रेषण की कला का सबसे सशक्त उदाहरण हैं।...आज एटम बम या एके ४७ जैसे महाविनाशकारी हथियार हमारे सामने खड़े हैं और सारी मानवता को डरा रहे हैं।
- दृष्यभाषा की यह आवश्यकता है।...हमारे महाकाव्य...हमारे मिथक, भाषा का यानी सम्प्रेषण की कला का सबसे सशक्त उदाहरण हैं।...आज एटम बम या एके ४७ जैसे महाविनाशकारी हथियार हमारे सामने खड़े हैं और सारी मानवता को डरा रहे हैं।
- मुम्बई जनरल रेलवे के पुलिस आयुक्त एके शर्मा ने बताया एके ४७ राइफल और ग्रेनेड से लैस कुछ आतंकवादी भीड़भाड़ वाले छात्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन के यात्री हाल में प्रवेश कर गए और उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी और हथगोले फेंके।
- मुम्बई जनरल रेलवे के पुलिस आयुक्त एके शर्मा ने बताया एके ४७ राइफल और ग्रेनेड से लैस कुछ आतंकवादी भीड़भाड़ वाले छात्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन के यात्री हाल में प्रवेश कर गए और उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी और हथगोले फेंके।
- आमिर खान का मानना है कि आतकवाद को बढावा देने के लिये सभी राजनीतिक दल जिम्मेदार है और आतकवाद केवल एके ४७ से ही नही फैलाया जाता बल्कि हर वह काम, जिसमे आम आदमी के दिल मे दहशत पैदा हो आतक कि श्रैणी मे आता है।
- आतंकवादियों ने हमले के लिए एके ४७ राइफलों, विस्फोटकों और हथगोलों का उपयोग करते हुए जमकर विस्फोट किये| जिस समय हमला हुआ संसद के केन्द्रीय कक्ष में कई वरिष्ठ मंत्री और संसद के २०० से अधिक सदस्य थे| सुरक्षा कर्मियों ने पूरे परिसर को सील कर दिया था जिससे कई लोगों की जान बच गयी|
- घट चुकी घटनाओं को अघट करना हमारे बस में नहीं है किंतु, उन पर बात करने को भी प्रतिबन्धित किया जाए तब भी उन पर विचार तो प्रतिबंधित नहीं होते न? मन सब जानता है कि गए हुए लौट कर नहीं आते किंतु क्या करें कि हाथों में लालीपॉप की तरह एके ४७ का नाचना बार बार उन्हें झकझोरता है।
- संजू बाबा अपनी पुरानी एके ४७ (वही सलेम की दी हुई) निकालते हैं, विलेन भी एके ५६ निकालता है और गोलियों की बरसात कर देता है...(आगे पढकर सिर ना धुनियेगा...) लेकिन संजू बाबा तत्काल अपनी राईफ़ल की मैगजीन खोलते हैं, आने वाली सारी गोलियों को वे उसमें झेलते-भरते जाते हैं, फ़िर पूरी भर जाने के बाद उसे वापस लगाकर अपनी एक४७ से विलेन का खात्मा कर देते हैं....(जब अग्निपथ में बिग बी, गोलियाँ हथेली पर झेल सकते हैं तो संजू बाबा मैगजीन में क्यों नही?)