औंढा नागनाथ वाक्य
उच्चारण: [ aunedhaa naaganaath ]
उदाहरण वाक्य
- कभी कभी इसका उल्टा भी होता है, ऐसा ही कुछ हमारे साथ भी हुआ जब हम औंढा नागनाथ मंदिर में गए.
- (द्वादश्ज्योतिर्लिन्गस्तोत्रम, कोटिरुद्रसंहिता, शिवमहापुराण) नांदेड में हजुर साहिब सचखंड गुरूद्वारे के पावन दर्शन के पश्चात अब हमारी यात्रा का अगला गंतव्य था श्री औंढा नागनाथ ज्योतिर्लिंग दर्शन.
- 3. घ्रश्नेश्वर, परली वैजनाथ औ औंढा नागनाथ यह तीनों ज्योतिर्लिंग क्षेत्र एक ही मार्ग में होने के कारण एक साथ ही इन तीनों क्षेतों कि यात्रा कि जा सकती है.
- नांदेड़ के चारों ओर के पर्यटन स्थलों जैसेः औंढा नागनाथ, परळी बैद्यनाथ, माहुर, बासर, मातासाहिब, शिकार घाट, सहस्त्रकुंड, केदारगुडा, कंधार आदि पर स्टेट ट्रान्सपोर्ट की बसों द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- अपनी ज्योतिर्लिंग यात्राओं के क्रम में पिछले वर्ष सम्पन्न की गई श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की यात्रा के बाद अगली ज्योतिर्लिंग यात्रा के रूप में हमने महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित दो ज्योतिर्लिंगों औंढा नागनाथ और परली वैद्यनाथ को चुना.
- अपनी ज्योतिर्लिंग यात्राओं के क्रम में पिछले वर्ष सम्पन्न की गई श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की यात्रा के बाद अगली ज्योतिर्लिंग यात्रा के रूप में हमने महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित दो ज्योतिर्लिंगों औंढा नागनाथ और परली वैद्यनाथ को चुना.
- इस सफ़र में हमें कभी ख़ुशी मिली तो कभी गम लेकिन एक सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की सारी परेशानियों के बावजूद हम जिस उद्देश्य से गए थे उसमें हम जरुर सफल हुए, यानी तीनों धार्मिक स्थलों नांदेड गुरुद्वारा, औंढा नागनाथ और परली वैद्यनाथ में हमें बड़े अच्छे से दर्शन एवं पूजन करने का मौका मिला.
- 2. औंढा नागनाथ मंदिर में पुजारी जी का आत्मीय व्यवहार: आम तौर पर हमारी यह राय होती है की मंदिरों के पण्डे पुजारी हमेशा भक्तों से मोटी दक्षिणा प्राप्त करने के लिए लालायित रहते हैं और बड़े ही मतलबपरस्त होते हैं, मैं भी इस बात से इनकार नहीं करती हुं, ऐसा होता है लेकिन हर बार और हर जगह नहीं.
- 6. अंत भला तो सब भला: इस सफ़र में हमें कभी ख़ुशी मिली तो कभी गम लेकिन एक सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की सारी परेशानियों के बावजूद हम जिस उद्देश्य से गए थे उसमें हम जरुर सफल हुए, यानी तीनों धार्मिक स्थलों नांदेड गुरुद्वारा, औंढा नागनाथ और परली वैद्यनाथ में हमें बड़े अच्छे से दर्शन एवं पूजन करने का मौका मिला.
- नांदेड में रणजीतसिंह यात्री निवास से लगभग 10 बजे चेक आउट करने के बाद औंढा के लिए बस पकड़ने के उद्देश्य से हम नांदेड के बस स्टेंड पर पहुँच गए, वहां जाकर पता चला की औंढा के लिए डाइरेक्ट कोई बस उपलब्ध नहीं थी अतः हम बसमथ के लिए बस में सवार हो गए और बसमथ से बस बदलकर लगभग साढ़े 12 बजे औंढा नागनाथ पहुँच गए.