कल्यानजी आनंदजी वाक्य
उच्चारण: [ kelyaaneji aanendeji ]
उदाहरण वाक्य
- हाथों की चाँद लकीरों का “ (कल्यानजी आनंदजी), ” हुजूर इस कदर भी न “ (आर डी बर्मन), ” गोरों की न कालों की “ (बप्पी लाहिरी), ” ऐ जिंदगी गले लगा ले “ (इल्लायाराजा) और ” लगी आज सावन की ' (शिव हरी), जैसे बहुत से गीत हैं जिन्हें सुरेश ने अपनी आवाज़ में कुछ ऐसे गाया है कि आज भी हम इन गीतों में किसी और गायक की कल्पना नही कर पाते.