कविता कौमुदी वाक्य
उच्चारण: [ kevitaa kaumudi ]
उदाहरण वाक्य
- कविता कौमुदी के सात विशाल एवं अनुपम संग्रह-ग्रंथों का भी उन्होंने बडे परिश्रम से सम्पादन एवं प्रकाशन किया ।
- रामधारी सिंह दिनकर ने अपनी संस्कृत के चार अध्याय में निमाई पंडित के इसी पुराण से कविता कौमुदी के कुछ कवित्त दिए हैं।
- कविता कौमुदी (अवश् य ही तृतीय भाग) के सब पन् ने उलट डालिये, तो भी निम् नलिखित कवियों का नाम नहीं मिलेगा।
- कविता कौमुदी ' में एक गढ़वाली लोकगीत था, जिसका मतलब कुछ इस तरह थाः ‘‘ दाँय के फेरे की तरह घूम कर वसंत ऋतु फिर आ गई है।
- कभी बहुत पहले रामनरेश त्रिपाठी ने कविता कौमुदी ज़रूर निकाली थी मैंने इस बारे में अज्ञेय जी से कई बार चर्चा भी की कि आप उसी तरह का एक नया संकलन निकालें।
- रामनरेश त्रिपाठी ने कविता कौमुदी के लिए सन् 1926 ई. के अन्त में जन्म सम्बंधी विवरण माँगा तो निराला जी ने माघ शुक्ल 11 सम्वत 1953 (1896) अपनी जन्म तिथि लिखकर भेजी।
- रामनरेश त्रिपाठी ने कविता कौमुदी के लिए सन् 1926 ई. के अन्त में जन्म सम्बंधी विवरण माँगा तो निराला जी ने माघ शुक्ल 11 सम्वत 1953 (1896) अपनी जन्म तिथि लिखकर भेजी।
- देशप्रेम के पुण्य क्षेत्र पर प्राण न्यौछावर के लिए प्रेरित करने वाले रामनरेश त्रिपाठी की कविता कौमुदी, मानसी, पथिक, स्वप्न आदि काव्य संग्रह देश के उद्धार के लिए आत्मोत्सर्ग की भावना उत्पन्न करते है ।
- देशप्रेम के पुण्य क्षेत्र पर प्राण न्यौछावर के लिए प्रेरित करने वाले रामनरेश त्रिपाठी की कविता कौमुदी, मानसी, पथिक, स्वप्न आदि काव्य संग्रह देश के उद्धार के लिए आत्मोत्सर्ग की भावना उत्पन्न करते है ।
- देशप्रेम के पुण्य क्षेत्र पर प्राण न्यौछावर के लिए प्रेरित करने वाले रामनरेश त्रिपाठी की कविता कौमुदी, मानसी, पथिक, स्वप्न आदि काव्य संग्रह देश के उद्धार के लिए आत्मोत्सर्ग की भावना उत्पन्न करते है ।