क़िब्ला वाक्य
उच्चारण: [ keibelaa ]
उदाहरण वाक्य
- का साझी नहीं बनेगा जिस तरह कि वह उन के धर्म शास्त्र और उन के क़िब्ला में साझी
- ज़िक्र करने और दुआ करने की हालत में वह अपने दोनों हाथों को उठाए हुए क़िब्ला की ओर मुँह किए होगा।
- मुसलमानों में क़िब्ला [काबे] की ओर मुंह कर के नमाज़ पढ़ी जाती है और हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया तिरछी टोपी [कजकुलाह] लगाते थे।
- ” (सूरतुल हज्ज: 67) जैसे कि क़िब्ला (जिसकी तरफ मुँह करके नमाज़ पढ़ते हैं), नमाज़ और रोज़ा।
- लेकिन अगली ही आयत में उनके लिए वज़ाहत की गई है कि बैतुल मोक़द्दस, यहूदियों और ईसाईयों के लिए क़िब्ला था, जिसे मुसलमान भूल गए हैं।
- मुसलमानों में क़िब्ला [काबे] की ओर मुंह कर के नमाज़ पढ़ी जाती है और हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया तिरछी टोपी [कजकुलाह] लगाते थे।
- दुआ के और भी शिष्टाचार हैं जैसे पाक होना, बा वज़ू, क़िब्ला रुख़ हो कर दुआ माँगना, उचित जगह और समय का चयन।
- मसअला-अगर सिर्फ मुँह क़िब्ला से फेर लिया और सीना क़िब्ले से नहीं फिरा तो उस पर वाजिब है कि फौरन क़िब्ले की तरफ़ मुँह कर लें।
- इसी उद्देश्य से उसने अपने बंदों को अपने इस घर के दर्शन और उसके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए प्रेरित किया और इस घर को नमाज़ियों का क़िब्ला निर्धारित किया।
- जिस पर मौलाना सिब्ते हसन साहब क़िब्ला फ़रमाते हैं:-रातये अब्बास के परचम से बदला रंगे आब ख़िज़्र आया नहर की पोशाक धानी हो गई ÂÂ ÂÂ ÂÂ ÂÂ ÂÂ ÂÂ ÂÂ