काँची वाक्य
उच्चारण: [ kaanechi ]
उदाहरण वाक्य
- काँची, वेंगि और अवमुक्त राज्यों के शासक पल्लव वंश के थे।
- मई, 1894-8 जनवरी, 1994) काँची कामकोटिपीठम के 68वें जगद्गुरु थे।
- काँची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य श्री जयेन्द्र सरस्वती भी सत्संग स्थल पर आये।
- काँची में यद्यपि पहली पीठ स्थापित की थी परंतु श्रृंगेरी पीठ अधिक प्रसिद्ध है।
- इस मामले में काँची के आचार्य जयेन्द्र सरस्वती और विजयेन्द्र सरस्वती मुख्य आरोपी हैं।
- में अपने विचार व्यक्त करते हुए काँची के कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जगदगुरु श्री
- काँची पीठ हिंदू धर्म का अनुसरण करने वालों के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण मानी जाती है।
- जैसे-' काँची दाख हेठे बनडी पान चावै, फूल सूँघे करे ए बाबेजी, सूँ बीनती।'
- काँची, कलकत्ता, कुल्लू, कुर्सियांग, कूचबिहार, कूर्ग, केदारनाथ, कोलक
- ' राजा गेलो सरके-सरके रानी गेलो काँची सरके ओ राजार छाता पड़े गेलो जले रानी हाँसिलो मने मने।'