कृमिरोग वाक्य
उच्चारण: [ kerimiroga ]
उदाहरण वाक्य
- कृमि-७० प्रतिशत बच्चों को कृमि रोग होता है ताज़ी हल्दी का आधा से एक चम्मच रस रोज़ पिलाने से बालकों के कृमि रोग दूर होते हैं अंजीर रात को भिगोकर सुबह खाली पेट खिलाने से भी कृमिरोग दूर होते हैं
- यह रूखा, भारी, स्वादिष्ट, रुचिकारक, हृदय को बल देने वाला, मल एवं मूत्र की अतिप्रतृति पर नियंत्रण करने वाला, कफ, खांसी, मन्दाग्नि, संग्रहणी, अतिसार, जीर्णज्वर, कृमिरोग इत्यादि विकारों में लाभकारी है।
- रेकी चिकित्सकों की यह मान्यता है कि इस पद्धति से (बिना किसी औषधि के प्रयोग किए) रक्तस्राव, अस्थि चिकित्सा, शरीर के सभी टूटे अंगों की शल्य चिकित्सा, खांसी, जुकाम, मधुमेह, ज्वर, दस्त, दमा, मानसिक चिकित्सा, माइग्रेन, प्रजननदोष, घावों, कृमिरोग आदि की चिकित्सा संभव है।
- टांसिल-हल्दी चूर्ण को शहद में मिलाकर टांसिल पर लगायें कोड़-गौमूत्र में तीन से पांच ग्राम हल्दी मिलाकर पीने से लाभ होता है मूत्ररोग-ताज़ी हल्दी एवं आंवले के दो-दो चम्मच रस में शहद डालकर पीने से प्रमेह में आराम मिलता है कृमि-७० प्रतिशत बच्चों को कृमि रोग होता है ताज़ी हल्दी का आधा से एक चम्मच रस रोज़ पिलाने से बालकों के कृमि रोग दूर होते हैं अंजीर रात को भिगोकर सुबह खाली पेट खिलाने से भी कृमिरोग दूर होते हैं