कृष्णदेव प्रसाद वाक्य
उच्चारण: [ kerisendev persaad ]
उदाहरण वाक्य
- इस रथ को नाहुब गांव से पंचायत के मुखिया कृष्णदेव प्रसाद उर्फ बच्चू प्रसाद एवं जागरूकता अभियान के निदेशक डा. धर्मेन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
- कृष्णदेव प्रसाद गौड़ जो ' बेढब बनारसी ' के उपनाम से लिखते थे, ने छायावादी युग की तथा उसके बाद के समसामयिक आचार-व्यवहार पर व्यंग्य और विनोद की एक अलग ही ढ़ग की काव्य-रचना की, जिसकी भाषा-शैली में एक अलग तरह की नवीनता थी।
- मगही भाषा के निम्नलिखित भेदों का संकेत भाषाविद कृष्णदेव प्रसाद ने किया है:-' सा मागधी मूलभाषा ' इस वाक्य से यह बोध होता है कि भगवान गौतम बुद्ध के समय मागधी ही मूल भाषा के रुप में जन सामान्य के बीच बोली जाती थी।
- इनमें भारतेंदु हरिश्चंद्र, अयोध्यासिंह उपाध्याय “ हरिऔध ', जयशंकर प्रसाद, प्रेमचंद, श्याम सुंदर दास, राय कृष्ण दास, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, रामचंद्र वर्मा, बेचन शर्मा ” उग्र ”, विनोदशंकर व्यास, कृष्णदेव प्रसाद गौड़ तथा डॉ. संपूर्णानंद उल्लेखनीय हैं ।
- विपक्षीगण की ओर से रिज्वाइण्डर 57ग, 54ग व 55ग शपथपत्र प्रार्थी की ओर से पुनः रिज्वाइण्डर शपथपत्र 33ग व 56ग प्रस्तुत किया गया है तथा प्रार्थी ने दाखिल की गयी अमीन रिपोर्ट को साबित करने के लिए पी. डब्लू. 1 के रूप में वादी कृष्णदेव प्रसाद मिश्र को परीक्षित किया है।