केनोपनिषद् वाक्य
उच्चारण: [ kenopenised ]
उदाहरण वाक्य
- वेदों और उपनिषदों में (ऋग्वेद का नारदीय सूक्त, केनोपनिषद्, श्वेताश्वेतरोपनिषद आदि), गीता के 11 वें अध्याय में, शंकराचार्य के अद्वैतवाद में, सहजानंद के उपासक कण्हपा आदि सिद्धों की रचनाओं में रहस्यवादी भावनाएं नाना रूपों में व्यक्त हुई हैं ; किंतु वेदों से सिद्धों तक यह अभिव्यक्ति बौद्धिक चिंतन अर्थात मस्तिष्क से ही संबंधित रही हैं।