केसरी सिंह बारहठ वाक्य
उच्चारण: [ keseri sinh baarheth ]
उदाहरण वाक्य
- ठाकुर केसरी सिंह बारहठ के सोरठे “ चेतावनी रा. चूगतयाँ ” जिन्हें 19 शताब्दी में लिखा गया, उसे पढ़कर मेवाड़ का महाराणा अंग्रेजों के दिल्ली दरबार में नहीं गया।
- कोटा में किशोर सागर तालाब की पाल पर स्थित बड तिराहे के निकट डा. श्यामाप्रशाद मुखर्जी पार्क में, स्थित स्व शहीद केसरी सिंह बारहठ की प्रतिमा पर सायं 5 बजे राष्ट्रचेतना अभियान समिति, कोटा तत्वाधान में माल्यापर्ण कर स्वागत किया।
- 10. उदयपुर के महाराणा फतेह सिंह जब सम्राट एडवर्ड के राज्यारोहण के उपलक्ष्य में आयोजित दिल्ली दरबार में भाग लेने जा रहे थे तब उन्हें केसरी सिंह बारहठ रचित “ चेतावणी रा चूँगट्या ” नसीराबाद रेलवे स्टेशन से पहले किस स्वाधीनता सेनानी ने प्रस्तुत किए थे?
- राजस्थान में स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी केसरी सिंह बारहठ का स्थान एक कवि और निर्भीक वक्ता की हैसियत से बहुत ऊँचा है | उनका लिखा हुआ “ चेतावनी रा चुन्घटिया ” यधपि १ ३ दोहों का ही संग्रह है लेकिन उनमे ऐसी शक्ति थी कि जिसने मेवाड़ के महाराणा फ़तेहसिंह को मेवाड़ के गौरव से च्युत होने से बचा लिया | इन्ही केसरी सिंह जी के निधन पर राजस्थान के कवियों ने अपने पीछोलों (सौरठों) में बड़े करुणा-उदगार प्रगट किये-ठाकुर कल्याणसिंह गांगियासर द्वारा प्रगट उदगार-