कौशल्या बैसंत्री वाक्य
उच्चारण: [ kaushelyaa baisenteri ]
उदाहरण वाक्य
- दलित महिलाए किस मेहनत मशकक्त और समझदारी से अपना घर चलाती है, वह इस आत्मवृत में कौशल्या बैसंत्री की माँ भागेरथी की संघर्षमय जीवन गाथा से बयान होता है।
- इस दुखद घटना पर ' दलित लेखक संघ ' सशक्त दलित महिला लेखिका कौशल्या बैसंत्री को श्रद्धासुमन अर्पित करने हेतु एक शोक सभा आयोजित करेगा जिसकी पूर्व सूचना दे दी जाएगी।
- डॉ. सूरज बड़त्या (सदस्य, दलेस) ने कहा कि कौशल्या बैसंत्री ने अपने लेखन में जातीय उत्पीड़न के साथ साथ पुरुष प्रधान समाज की विषमताओं को सामने रखा।
- प्रो. हेमलता महिश्वर (उपाध्यक्ष, दलेस) ने कौशल्या बैसंत्री के प्रति श्रद्धासुमन प्रकट करते हुए कहा कि कौशल्या जी ने स्त्री लेखन, मुक्ति और संघर्ष को नए आयाम दिए है।
- प्रो. तुलसी राम (अध्यक्ष, दलेस) ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कौशल्या बैसंत्री जैसी सशक्त महिला रचनाकार का हमारे बीच में न रहना दलित साहित्य और समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है।
- कुल मिलाकर कहा जाए तो लेखिका कौशल्या बैसंत्री का आत्मवृत दोहरा अभिशाप दलित जीवन के खंड-खंड बनते, बिगडते, सँवरते, ऊँचाई पाते जीवन की यथार्थ के ताने-बाने से बुनी सुंदर सहज और अनुपम महागाथा है।
- प्रो. विमल थोरात (संरक्षक, दलेस) ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि ' दोहरा अभिशाप ' दलित महिला आत्मकथा की लेखिका कौशल्या बैसंत्री ने अपनी आत्मकथा के माध्यम से दलित स्त्री मुक्ति के संघर्ष को मजबूत और विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- लेखिका कौशल्या बैसंत्री छात्र जीवन भोगी पुरुष मानसिकता से रुबरु होती हुई बताती है-” हमारे समाज के कुछ विधार्थी हमें उपदेश देते है कि ब्राह्मणों की लड़कियों को देखो, हर क्षेत्र में कितनी फॉरवर्ड है, तुम लोगों को भी वैसा ही बनना चाहिए, बगैरह।