कौषीतकि ब्राह्मणोपनिषद वाक्य
उच्चारण: [ kausiteki beraahemnopenised ]
उदाहरण वाक्य
- कौषीतकि ब्राह्मणोपनिषद के तीसरे अध्याय में इन्द्र तथा प्रतर्दन के मध्य होने वाले संवादों को आधार बनाया गया है जिसके द्वारा वह जीवन के महत्वपूर्ण सोपानों का उल्लेख करते हुए प्रतीत होते हैं.
- कौषीतकि ब्राह्मणोपनिषद के इस भाग में गार्ग्य ब्राह्मण ऋषि तथा काशी के विद्वान राजा अजातशत्रु के मध्य होने वाले वार्तालाप के द्वारा ब्रह्माण्ड की शक्ति एवं उसकी महिमा को उजागर किया जाता है.