खन्नी वाक्य
उच्चारण: [ khenni ]
उदाहरण वाक्य
- संत सतनाम दास की रिहाई के लिए सड़क पर उतरी संगत संत सतनाम दास खन्नी वाले की गिरफ्तारी के विरोध और उनकी रिहाई की मांग को लेकर शुक्रवार को सैकड़ों श्रद्धालुओं ने होशिय
- वीर्य की गुणवत्ता परखने और उसकी प्रजनन क्षमता के सूचक विकसित भैंसों के खरे में बिनौला की खन्नी, सोयाबीन की खली बढ़ाने से दूध के उत्पादन में 6-10 ' बढ़ोत्तरी।
- खन्नी प्रणीत ‘नरेन्द्रमोहिनी ' (1993) ‘वीरेन्द्र वीर' (1895), ‘चंद्रकांता संतति' (1896), ‘कुसुम कुमारी' (1899), ‘नौलखा हार' (1899), ‘गुप्तगोदना' (1902). ‘कागज की कोठरी' (1902) ‘अनूठी बेगम' (1905), ‘भूतनाथ' (1909) ने लोकप्रियता की सारी हदें पार कर लीं।
- खन्नी प्रणीत ‘नरेन्द्रमोहिनी ' (1993) ‘वीरेन्द्र वीर' (1895), ‘चंद्रकांता संतति' (1896), ‘कुसुम कुमारी' (1899), ‘नौलखा हार' (1899), ‘गुप्तगोदना' (1902). ‘कागज की कोठरी' (1902) ‘अनूठी बेगम' (1905), ‘भूतनाथ' (1909) ने लोकप्रियता की सारी हदें पार कर लीं।
- सेवा समिति की ओर से रविवार को अनशन संबंधी तैयारियों को लेकर एक बैठक मंदिर परिसर में हुई जिसमें राजबाला, सविता मेहता, ललिता मेहत, खन्नी देवी, प्रवीण रानी, अनिता रानी, ओम ठकराल, साहबराम मूंड आदि ने फैसले पर सहमति जताई।
- क्षेत्र के जनप्रतिनिधि कनिष्ट प्रमुख कैलास नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता ललिता प्रसाद थपलियाल, थाला की प्रधान विशेश्वरी देवी, खन्नी की प्रधान शांतीदेवी, वल्ली की प्रधान गीता देवी, ब्रामण थाला के प्रधान दीप प्रकाश व सटियाना के प्रधान भवानीदत्त ने कहा कि मार्ग अवरुद्ध होने से आवागमन में परेशानी हो रही है।
- कृष्ण जौहर कृत ‘नारी-पिशाच ' (1901), ‘मंयक-मोहिनी' (1901), ‘जादूगर' (1901) तथा ‘कमल कुमारी' (1902), मदन मोहन पाठक कृत ‘आनंद सुंदरी' (1902), मुन्नी लाल खन्नी कृत ‘सच्चा बहादुर' (1902), हरे कृष्ण जौहर कृत ‘निराला नकाबपोश' (1902) तथा ‘भयानक खून' (1903), किशोरी लाल गोस्वामी कृत ‘कटे मूड़ की दो-दो बातें' (1905), विश्वेश्वर प्रसाद वर्मा कृत, ‘वीरेन्द्र कुमार' (1906), किशोरी लाल गोस्वामी कृत ‘याकूती तख्ती' (1906), राम लाल वर्मा कृत ‘पुतलीमहल' (1908), रूप किशोर जैन कृत ‘सूर्य कुमार संभव'
- खन्नी प्रणीत ‘ नरेन्द्रमोहिनी ' (1993) ‘ वीरेन्द्र वीर ' (1895), ‘ चंद्रकांता संतति ' (1896), ‘ कुसुम कुमारी ' (1899), ‘ नौलखा हार ' (1899), ‘ गुप्तगोदना ' (1902). ‘ कागज की कोठरी ' (1902) ‘ अनूठी बेगम ' (1905), ‘ भूतनाथ ' (1909) ने लोकप्रियता की सारी हदें पार कर लीं।