खान बहादुर खान वाक्य
उच्चारण: [ khaan bhaadur khaan ]
उदाहरण वाक्य
- 6 मई 1858 को अंग्रेज सेना ने बरेली पर फिर से अधिकार कर लिया और खान बहादुर खान अपने कुछ सहयोगियों के साथ नेपाल भागने में सफल रहे।
- खान बहादुर खान ने इन सिक्कों के प्रचलन के लिए जो आदेश जारी किए थे उसके मुताबिक एक रुपया ताँबे के 40-40 दो पैसे के बराबर होता था।
- खान बहादुर खान के सिक्के: 31 मई 1857 को अंग्रेज़ों के भारतीय सैनिकों ने बरेली में भी विद्रोह कर दिया और फिर सर्वसम्मति से रोहिला सरदार खान बहादुर खान को अपना नेता चुना।
- खान बहादुर खान के सिक्के: 31 मई 1857 को अंग्रेज़ों के भारतीय सैनिकों ने बरेली में भी विद्रोह कर दिया और फिर सर्वसम्मति से रोहिला सरदार खान बहादुर खान को अपना नेता चुना।
- 9 दिसंबर, 1859 को नेपाल के राजा राणा जंग बहादुर ने खान बहादुर खान को बंदी बनाकर अंग्रेजों को सौंप दिया और 24 जनवरी 1860 को बरेली में उन्हें फाँसी दे दी गई।
- खान बहादुर खान के एलान में भारतवासियों को यह प्रेरणा दी गयी कि वे एक जुट होकर विदेशी आधिपत्य से अपनी मातृभूमि को मुक्ति दिलाएं और अंग्रेजों की हर साजिश को नाकाम कर दें।
- इस बात के भी प्रमाण मिले हैं कि खान बहादुर खान ने पुराने रुपयों की अनुकृति कर अपने सिक्के जारी किए जिस पर टकसाल का नाम बरेली और तिथि 1274 हिजरी (सन् 1857) अंकित करवाई।
- महाराजा पेशवा नाना साहब, रानी झांसी, खान बहादुर खान, बिरजिस कदर, बहादुरशाह, शाहजादा फिरोज शाह और मौलवी लियाकत अली के एलाननामों में सभी अंगरेजों को नसारा (ईसाई) और काफिर ही कहा गया है।
- इसी प्रकार फैजाबाद में मौलवी अहमदुल्लाह, मथुरा में देवी सिंह, मेरठ में करम सिंह, इलाहाबाद में लियाकत अली व बरेली में खान बहादुर खान ने क्रान्ति का नेतृत्व करते हुये अंग्रेजों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
- मुझे याद आ रहा है कि स्वर्ण जयंती यात्रा के दौरान मैं खान बहादुर खान की कब्र पर भी गया था जिन्होंने अंग्रेजों से फांसी जेल में ही देने की मांग की थी ताकि मरने के बाद भी जेल में रह सकें।