गणगौर पूजा वाक्य
उच्चारण: [ ganegaaur pujaa ]
उदाहरण वाक्य
- गणगौर पूजा में तो ये लोकगीत ही मन्त्रों की तरह गाये जाते हैं ।
- गणगौर पूजा चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि से आरम्भ की जाती है।
- गणगौर पूजा चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि से आरम्भ की जाती है।
- यह पूजा सामान्यत: गणगौर पूजा के बाद चैत्र शुक्ल तृतीय से वैसाख कृष्ण पक्ष की तृतीया तक होती है।
- पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव ने गणगौर पूजा के दिन अर्थात् चैत्र शुक्ल तृतीया को गौरी (पार्वती) की तपस्या आराधना से प्रभावित होकर अद्र्धांगिनी के रूप में स्वीकार किया था।
- होली के दूसरे दिन (धुलंडी) से प्रारंभ हुई मुख्य गणगौर पूजा चैत्र तृतीया ६ अप्रैल की गयी तथा इसके दूसरे दिन गणगौर के विसर्जन से ” तीज त्योहार बावड़ी ले डूबी गणगौर ' से संपन्न हुई...
- नहीं सोचा तो जरा द्रविड़ियन संस्कृति की पूजा-पद्धति पर गौर कीजिए, जहाँ भक्त अपने इष्ट देव को प्रसन्न करने के लिए नर बलि तक का Mon, 28 Apr 2008 12:45:48 GMT http://hindi.webdunia.com/religion/believeitornot/articles/0804/28/1080428047_1.htm गणगौर पूजा का अनूठा रिवाज http://hindi.webdunia.com/religion/believeitornot/articles/0804/21/1080421036_1.htm इस रस्म में आस्था और विश्वास के साथ-साथ कुछ हँसी-ठिठौली भी है।
- गणगौर पूजा के अवसर पर स्त्रियां सोलह-श्रृंगार कर अपने सिर पर पीतल व चांदी के खाली बर्तन रख कर उसमें फूल-पत्तियां डालकर कुएं तक ले जाती हैं व वहाँ से अपने-अपने घरों में लौटकर ईसर व गणगौर (लोकदेवता) की पूजा करती हैं व अपने पति की दीर्घायु की भी कामना करती हैं।