गिरिधर कविराय वाक्य
उच्चारण: [ gairidher keviraay ]
उदाहरण वाक्य
- बहुत सम्भव है कि कोई गिरिधर कविराय के सवैये को भारतीय काव्य-परम्परा की असली कविता सिद्ध करने में लग जाए।
- प्रकृति के लोक पारखी घाघ, कवि गिरिधर कविराय की ध्वनियों को भी कवि की कविताओं में देखा जा सकता है।
- पर गिरिधर कविराय की तर्ज पर कुंडलियों की शक्ल में भी टिपियाया जा रहा है और वो भी खालिस सामयकि मुद्दे को लेकर।
- इस लाठी के गुणों से हमारे मध्यकालीन पूर्वज भी भलीभाँति परिचित थे तभी तो गिरिधर कवि ने इस महान अस्त्र-शस्त्र के सम्मान में कुछ यूँ कसीदे गढ़े थे-लाठी में बहुत गुण है सदा राखिये संग, सदा राखिये संग झपटी कुत्ते को मारे ; दुश्मन दावागीर मिले तिनहुँ को झारे, कहे गिरिधर कविराय सुनो हे धुर के बाटी, सब हथियारन को छोड़ के हाथ में लीजै लाठी।