गुरुत्वीय क्षेत्र वाक्य
उच्चारण: [ gauruteviy keseter ]
उदाहरण वाक्य
- हालांकि इतने शक्तिशाली गुरुत्वीय क्षेत्र का विचार १८ वी सदी का है परन्तु वर्त्तमान मे काल-कोठरी अलबर्ट आइंस्टाइन के सापेक्षता के सिद्धांत पर ही समझाए जाते हैं।
- गुरुत्वीय क्षेत्र के जो कण हैं, उनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है और गुरुत्व की तरंगों को भी वैज्ञानिक अभी नहीं तलाश पाए हैं.
- साधारण सापेक्षतावाद के सिद्धांत के अनुसार किसी विशाल गुरुत्वीय क्षेत्र से आने वाले प्रकाश में लाल विचलन होना चाहीये, यह भी न्युटन के सिद्धांत के विपरीत है।
- विस्तृत निरिक्षणो विशाल गुरुत्वीय क्षेत्र से आने वाले प्रकाश में लाल विचलन (red shift) पाया गया और उसका मूल्य आइन्स्टाइन के सिद्धांत की गणना से सटीकता से मेल खाता था।
- इसके अंतर्गत गुरुत्वीय अपकेंद्री क्षेत्रों के मापनों से निर्धारित पृथ्वी के पृष्ठ के ऊपर जहाँ तक गुरुत्वीय क्षेत्र के प्रभाव की पहचान संभव है वहाँ तक उसके वितरण का अध्ययन भी इसके अंतर्गत होता है।
- इसके अंतर्गत गुरुत्वीय अपकेंद्री क्षेत्रों के मापनों से निर्धारित पृथ्वी के पृष्ठ के ऊपर जहाँ तक गुरुत्वीय क्षेत्र के प्रभाव की पहचान संभव है वहाँ तक उसके वितरण का अध्ययन भी इसके अंतर्गत होता है।
- इसके अंतर्गत गुरुत्वीय अपकेंद्री क्षेत्रों के मापनों से निर्धारित पृथ्वी के पृष्ठ के ऊपर जहाँ तक गुरुत्वीय क्षेत्र के प्रभाव की पहचान संभव है वहाँ तक उसके वितरण का अध्ययन भी इसके अंतर्गत होता है।
- यद्दपि सुक्ष्म (माइक्रो) स्तर के पैमानों पर और प्रबल गुरुत्वीय क्षेत्र के अभाव में, विशिष्ट आपेक्षिकता पूर्ण रूप से परिक्षण उच्च शुद्धता के साथ (10-20) किया का चुका है।
- विशिष्ट आपेक्षिकता गणित में स्वतःतर्कसंगत है और आधुनिक सिद्धांतों का सामान्य भाग बन गया है, मुख्य रूप से क्वांटम क्षेत्र सिद्धांत, [स्ट्रिंग सिद्धांत]] और आपेक्षिकता (नगण्य गुरुत्वीय क्षेत्र की सीमा के साथ) ।
- कृष्ण विवर, श्याम विवर, कृष्ण गर्त या ब्लैक होल अन्तरिक्ष का वह हिस्सा होता है जहाँ गुरुत्वीय क्षेत्र इतना प्रबल होता है कि इसमे से कुछ भी बाहर नही आ सकता ; यहाँ तक कि विद्युतचुम्बकीय तरंगे (जैसे, प्रकाश) भी नही ।