गौडी वाक्य
उच्चारण: [ gaaudi ]
उदाहरण वाक्य
- इस पूजा का प्रथम चरण राग सारंग में है तथा दूसरा चरण राग गौडी व पूर्वी का मिश्रण है।
- “ गौडी ” जोकि एक इटालियन / ब्रिटिश संगीत निर्माता हैं, उन्होंने इस एलबम में एक अलग हीं प्रयोग किया है।
- इस एलबम को तैयार करने में जिस इंसान का सबसे बड़ा हाथ है (नुसरत साहब के बाद), उसका नाम है “ गौडी ” ।
- वाक्य आवश्यकता के अनुरूप छोटे और लम्बे दोनों प्रकार के हैं, लेकिन संस्कृत गद्य-काव्यों की गौडी और पांचाली शैली की सुदीर्घ वाक्य-रचना प्राय: कहीं भी नहीं है।
- इन दोनों धाराओं के भ्रम को खत्म करने के लिए भगवान के निर्गुण और सरगुण स्वरूप को सर्व व्यापक परमेश्वर का रूप बताते हूए महाराज जी वाणी में लिखते हैं | (जैसे ‘ राग गौडी ' में)
- वामन ने रीति के पूर्व प्रचलित दो रूपों वैदर्भी तथा गौडी के अतिरिक्त ' पांचाली ' रीति का आविष्कार किया तथा काव्य के १ ० प्रचलित गुणों के स्थान पर २ ० गुणों (१ ० शब्द गुण, १ ० अर्थ गुण) की उद्भावना की.
- संस्कृत के सबसे बड़े छंद स्रग्धरा में, लंबे समस्त पदों की गौडी रीति में श्लेष एवं अनुप्रास अलंकार से सुसज्जित अतिशय प्रौढ़ भाषा में पूर्ण वैदग्ध्य के साथ रचे गए इन सौ श्लोकों ने ही काव्यजगत् में मयूर की कवित्वशक्ति की ऐसी धाक जमा दी कि वे कविताकामिनी के कर्णपूर बन गए-“कर्णपूरा मयूरक”।
- जहाँ “ बैली सागू (bally sagoo) ” जैसे लोग किसी भी प्रस्तुति को नया रूप देने के लिए बस पुराने गानों की मिक्सिंग कर दिया करते हैं, वहीं “ गौडी ” ने नुसरत साहब के पुराने गानों से बस उनकी आवाज़ का इस्तेमाल किया और उस आवाज़ को अपने नए “ डब ” संगीत के साथ फ्युजन कर एक अनोखा हीं रूप दे दिया।