चकचका वाक्य
उच्चारण: [ chekchekaa ]
उदाहरण वाक्य
- हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कूचबिहार दो नंबर प्रखंड के चकचका ग्राम पंचायत के अंतर्गत बाइसगुड़ी गांव में दुर्गा पूजा महालया के दिन से शुरू हुई है।
- उन्होंने कहा कि गैर-विशेष श्रेणी वाले राज्यों में चार जूट पार्क-पश्चिम बंगाल के रेजीनगर (मुर्शीदाबाद), चकचका (कूच बिहार), शक्तिनगर (वर्धमान) और राजस्थान के श्रीगंगानगर में स्थापित किए जाएंगे।
- वहीं श्री मुखर्जी ने कहा कि इस बीच कूचबिहार शहर के पास चकचका उद्योग केन्द्र में कई उद्योग यूनिट शुरू हुईं हैं, जिस कारण हजारों युवक युवतियों को रोजगार मिला है।
- कूचबिहार: बीते 20 सितंबर 2005 को चकचका में दो पुलिस कंस्टेबल की हत्या के आरोपी ग्रेटर कूचबिहार समर्थकों के विरुद्ध मामले की सुनवाई सोमवार से कूचबिहार जिला संशोधनागार में जिला जज केवाईएस मानहास की अदालत में शुरू हुई।
- छुटपन में जब कभी मन ऐसे ठंढाता सुस्ताता था, इसका उंगली पकड़, इसको खिस्सा कहानी का स्वप्निल संसार में ले जा के घुमा आते थे, आ बस एक बार उधर से हो के ई आया नहीं कि कई कई दिन तक एकदम चकचकाया रहता था आपका ए खिस्सा भी शानदार रोचक है बार बार पढ़ने को मन कर रिया है.मन चकचका गया है आगे का खिस्सा पढ़ने को बेताब है.
- छुटपन में जब कभी मन ऐसे ठंढाता सुस्ताता था, इसका उंगली पकड़, इसको खिस्सा कहानी का स्वप्निल संसार में ले जा के घुमा आते थे, आ बस एक बार उधर से हो के ई आया नहीं कि कई कई दिन तक एकदम चकचकाया रहता था आपका ए खिस्सा भी शानदार रोचक है बार बार पढ़ने को मन कर रिया है.मन चकचका गया है आगे का खिस्सा पढ़ने को बेताब है.
- दस अलग-अलग मुकाबले में फालाकाटा श्रेष्ठ कूचबिहार: चार दिन से जारी युद्धकौशल कार्यक्रम में भाग लेने वाले 160 शूटरों ने युद्धकौशल के विभिन्न खेल प्रदर्शित कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। अंतर-क्षेत्रीय चांदमारी प्रतियोगिता का समापन 7 सितंबर को चांदमारी, तिल्लीगुड़ी, चकचका रेंज पर मुख्य अतिथि अशोक कुमार, उप महानिरीक्षक क्षेत्रीय मुख्यालय फालाकाटा की मौजूदगी में हुआ। चार दिन से जारी कार्यक्रम में 160 शूटरों ने अपने युद्धकौशल को खेल के रूप में प्रदर्शित कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्
- छुटपन में जब कभी मन ऐसे ठंढाता सुस्ताता था, इसका उंगली पकड़, इसको खिस्सा कहानी का स्वप्निल संसार में ले जा के घुमा आते थे, आ बस एक बार उधर से हो के ई आया नहीं कि कई कई दिन तक एकदम चकचकाया रहता थाआपका ए खिस्सा भी शानदार रोचक है बार बार पढ़ने को मन कर रिया है.मन चकचका गया है आगे का खिस्सा पढ़ने को बेताब है.मेरे ब्लॉग पर भी आयें आपका हार्दिक स्वागत है.आपका मन चक चकाया नहीं तो झक झकायेगा तो जरूर.