चौपई वाक्य
उच्चारण: [ chaupe ]
उदाहरण वाक्य
- निरंजन ने कहा कि यह हमारा ब्रज ही है जहां चौपई गाई नहीं जाती बल्कि चलती और जमती है।
- इन्हें चार पहियों वाली गाड़ी में रखकर हाथों से खींच कर आयोजन वाली जगह ले जाया जाएगा और लठामार होली के दिन लोग चौपई निकालेंगे।
- तभी बरसाना का गोस्वामी समाज रंगीली गली से होकर चौपई (शोभायात्रा) निकालते हुए हुरियारों के स्वागत के लिए प्रिया कुंड मार्ग पर पहुंचता है।
- इसीलिए प्रेमाख्यानक काव्यों के अंतर्गत कथा (सत्यवती कथा), चरित (छिताई चरित), वार्ता (मधुमालती वार्ता), दूहा (ढोला मारूरा दूहा), चौपाई या चौपई (माधवानल कामकंदला चउपई), रास (बीसलदेव रास) आदि सभी काव्यविधाएँ प्राप्य हैं।
- आज कम से कम एक श्लोक या एक चौपई अर्थ सहित किसी भी ग्रन्थ की पढुंगा जैसे भगवद गीता, रामायण, भगवद इत्यादि |आज के परिवेश में हम सोचते है के कोई ग्रन्थ पढ़े परन्तु समय कभी नहीं निकलते, ग्रन्थ हमे भगवन के विषय में जानकारी दे उनके पास ले जाते है
- अमृत के दाता गुरु गोबिंदसिंघजी ने इन्हें संत-सिपाही का स्वरूप प्रदान करने के लिए सर्वलोह के पात्र में निर्मल जल डालकर सर्वलोह के खंडे से घोटते हुए पवित्र बाणी जपजी साहब से भक्ति, जाप साहब से शक्ति, सवहयों से बैराग, चौपई साहब से विनम्रता एवं आनंद साहब से आनंद भाव लेकर अमृत तैयार किया।
- अब्दाली के सामने वे मटके पेश हुए उसने खुश होकर कहा-चौबों की सौगात सब को बाँट दो? बाँटने के लिए प्यालियों में रखने को जैसे ही मटकों में हाथ डाला गया गोवर निकल पड़ा और अब्दाली गुस्से से चिल्लाया-' ओफ? यह गुस्ताखी, इतना गन्दा मजाक, इन शैतानों को आज ही इसका मजा चखाया जाय ' शाम का समय आया-चतुर्वेदी जवान छैला सज सजकर चौपई की तैयारी करने लगे ।
- 174 मात्रिक सम छंद है-तोमर, चौपई, चौपाई, शृंगार, रोला, रूपमाला, गीतिका, हरिगीतिका, सोरठाा, उल्लाला 175 मात्रिक विषम छंद है-कुण्डलिया, दोहा, रोला, छप्पय 176 वर्णिक सम छंद है-इंद्रवज्रा, उपेन्द्र वज्रा, उपजाति, वंशस्थ, भुजंग प्रयात, तोटक, दु्रतविलम्बित, वसंततिलका, शिखरणी, मंदाक्रांता, मतगयंद, मालती 177 ' किसको पुकारे, यहां रोकर अरण्य बीच, चाहे जो करो शरण्य शरण तिहारे है ' में छंद है-कवित्त 178 दिवस का अवसान समीप था।