जयजयवन्ती वाक्य
उच्चारण: [ jeyjeyventi ]
उदाहरण वाक्य
- शुक्रवार को शास्त्रीय गायन में विदुषी अंजली बाई लोलेलकर का गाया राग जयजयवन्ती, केदार, शुद्ध कल्याण और छाया नट सुनवाया गया।
- ' जैसे गीतों के साथ राग जयजयवन्ती में ‘ बीतत रैन गिनत हम तारे, जाय कहो सखि पिय से हमारे ' जैसी भावपूर्ण गायकी में होली गायक और श्रोता मस्त हो जाया करते हैं।
- वैसे राग “ जयजयवन्ती ” स्वतंत्र रूप से वर्षा ऋतु के परिवेश को रचने में समर्थ है | राग “ जयजयवन्ती ” की विलम्बित त्रिताल की एक प्रचलित रचना के शब्दों पर ध्यान दीजिए, इससे आपको राग की क्षमता का अनुमान हो जाएगा |
- वैसे राग “ जयजयवन्ती ” स्वतंत्र रूप से वर्षा ऋतु के परिवेश को रचने में समर्थ है | राग “ जयजयवन्ती ” की विलम्बित त्रिताल की एक प्रचलित रचना के शब्दों पर ध्यान दीजिए, इससे आपको राग की क्षमता का अनुमान हो जाएगा |
- आज हमारी चर्चा में राग “ जयन्ती मल्हार ” है | वर्षा ऋतु में गाये-बजाये जाने वाले रागों में “ जयन्ती मल्हार ” भी एक प्रमुख राग है | राग के नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि यह “ जयजयवन्ती ” और “ मल्हार ” के मेल से बनता है |
- विहाग राग में ‘नजर भर देखन दे महबूब, राजा दशरथ के चार कुंवर भए, एक से एक अनूप' या ‘मारत मोरे नैनन में पिचकारी, या रसिया से मैं हारी……….' जैसे गीतों के साथ राग जयजयवन्ती में ‘बीतत रैन गिनत हम तारे, जाय कहो सखि पिय से हमारे' जैसी भावपूर्ण गायकी में होली गायक और श्रोता मस्त हो जाया करते हैं।
- इसके पहले खण्ड को जारी रखते हुए ख़्यात कलाकार पंडित शरद साठे जी ने शुद्ध और कोमल गंधार स्वर के रागों की श्रृंखला में पहले प्रातःकालीन फिर शाम में गाए जाने वाले रागों जैसे राग भैरव बहार, देव गंधार, हंसकेलि, जोल, जोल कौंस जो राग जोल और चन्द्र कौंस से मिलकर बना है, संपूर्ण यानि सातों सुरों वाले राग जयजयवन्ती की चर्चा की और बंदिशे तथा फ़िल्मी गीत भी सुनवाए।
- इसके पहले खण्ड को जारी रखते हुए ख़्यात कलाकार पंडित शरद साठे जी ने शुद्ध और कोमल गंधार स्वर के रागों की श्रृंखला में पहले प्रातःकालीन फिर शाम में गाए जाने वाले रागों जैसे राग भैरव बहार, देव गंधार, हंसकेलि, जोल, जोल कौंस जो राग जोल और चन्द्र कौंस से मिलकर बना है, संपूर्ण यानि सातों सुरों वाले राग जयजयवन्ती की चर्चा की और बंदिशे तथा फ़िल्मी गीत भी सुनवाए।