ज़ोहराबाई अम्बालेवाली वाक्य
उच्चारण: [ jeoheraabaaeamebaalaali ]
उदाहरण वाक्य
- कि १९५३ की फ़िल्म ' तीन बत्ती चार रास्ते' के एक सहगान में जब ज़ोहराबाई अम्बालेवाली को केवल एकाध लाइन गाने का अवसर दिया गया तो उन्होने फ़िल्म जगत से सन्यास लेने में ही भलाई समझी।
- इन लघु फ़िल्मों के ज़रिए कई संगीतज्ञों ने लोकप्रियता भी हासिल की, जिनमें शामिल थे अहमद जान थिरकवा, सखावत हुसैन ख़ान, हबीब ख़ान, मलिका पुखराज, बाल गंधर्व, ज़ोहराबाई अम्बालेवाली और फ़िरोज़ दस्तूर।
- पार्श्वगायिकाओं की इस जोड़ी की अगर हम बात करें तो शम्शाद बेग़म जी के बारे में तो आप सभी को तमाम बातें मालूम होंगी, लेकिन बहुत कम ही ऐसे लोग होंगे जिन्हे ज़ोहराबाई अम्बालेवाली के बारे में अधिक जानकारी हो।
- कि १ ९ ५ ३ की फ़िल्म ' तीन बत्ती चार रास्ते ' के एक सहगान में जब ज़ोहराबाई अम्बालेवाली को केवल एकाध लाइन गाने का अवसर दिया गया तो उन्होने फ़िल्म जगत से सन्यास लेने में ही भलाई समझी।
- पार्श्वगायिकाओं की इस जोड़ी की अगर हम बात करें तो शम्शाद बेग़म जी के बारे में तो आप सभी को तमाम बातें मालूम होंगी, लेकिन बहुत कम ही ऐसे लोग होंगे जिन्हे ज़ोहराबाई अम्बालेवाली के बारे में अधिक जानकारी हो।
- इसी फ़िल्म में ज़ोहराबाई अम्बालेवाली की गायी एक क़व्वाली भी थी जिसे ज़्यादा सुना नहीं गया, लेकिन अल्फ़ाज़ों के मामले में, तर्ज़ के मामले में, और गायकी के मामले में यह किसी भी चर्चित क़व्वाली से कम नहीं थी।
- नूरजहाँ, मलिका पुखराज, शमशाद बेगम, ज़ोहराबाई अम्बालेवाली, राजकुमारी दुबे, सुरय्या जैसी विभाजन-पूर्व की गायिकाएँ इस धारा की प्रमुख अलमबरदार थीं. जैसा कि फ़िल्म-चिन्तक अशरफ़ अज़ीज़ कहते हैं, यह धारा किसी न किसी तरह आज़ादी की लड़ाई में औरतों के सक्रिय और जुझारू योगदान के समानांतर चल रही थी.