ज्योतिषीय गणित वाक्य
उच्चारण: [ jeyotisiy ganit ]
उदाहरण वाक्य
- उपलब्ध ज्योतिष शास्त्रों में ज्योतिषीय गणित-सूत्रों के आधार पर जो फलादेश निकाले जाते हैं वे भी आश्चर्य जनक रूप से सच साबित होते हैं।
- ज्योतिषीय गणित के अनुसार चतुर्दशी तिथि को चंद्रमा अपनी क्षीणस्थ अवस्था में पहुंच जाते हैं, जिस कारण बलहीन चंद्रमा सृष्टि को ऊर्जा देने में असमर्थ हो जाते हैं।
- आज माईक्रोस्कोप, टेलिस्कोप, बाईस्कोप, तेईसकोप चौबीसकोप आदि पता नहीं कितने कोप बनाकर अंतरिक्ष में ग्रहों की गति एवं दिशा का अनुमान लगाया जा रहा है, उसे वैदिक ज्योतिषीय गणित विज्ञान ने बिना किसी कोप के अपने गणित के सहारे सेकेंडो से भी सूक्ष्म मात्रा में उन ग्रहों की गति माप लिया है.
- यह श्रृष्टि के पूर्व अगोचर, अविछिन्न... पूर्ण शून्य का द्योतक.... (इस समय शून्य अंतरिक्ष मे सारा ब्रह्माण्ड समाहित ही रहता है) अर्थात शून्य की लीला से ही सच्चा बसंत, और युगादी (जीवन मे नए युग का प्रारम्भ) संभव है ज्योतिषीय गणित के अनुसार चतुर्दशी तिथि को चंद्रमा अपनी क्षीणस्थ अवस्था में पहुंच जाते हैं.