तत्त्वमसि वाक्य
उच्चारण: [ tettevmesi ]
उदाहरण वाक्य
- इस मठ का महावाक्य है ' तत्त्वमसि ' तथा इसके अंतर्गत ' सामवेद ' को रखा गया है।
- वे चार महावाक्य-1 ॐ प्रज्ञानं बृह्म 2 ॐ अहं बृह्माऽस्मि 3 ॐ तत्त्वमसि और 4 ॐ अयमात्मा बृह्म हैं ।
- वेदान्त विज्ञान के चार महत्त्वपूर्ण सूत्र हैं-तत्त्वमसि “ अयमात्मा ब्रह्म ' ', ‘‘ प्रज्ञानं ब्रह्म '', ‘‘ सोऽहम् ” ।
- तत्त्वमसि आदि महावाक्यों के समूह का तात्पर्य जिनका श्रीविग्रह है, उन कवि एवं कवियों के बुद्धिनाथ गणेश को मैं नमस्कार करता हूँ।
- इस उपनिषद में चार महावाक्य ॐ प्रज्ञानं ब्रह्म, ॐ अहं ब्रह्मास्मि, ॐ तत्त्वमसि और ॐ अयमात्मा ब्रह्म का उल्लेख किया गया है.
- जो मन को देखता है, जो बुद्धि के निर्णय को देखता है वह आत्मा तू है-' तत्त्वमसि ', यह मान ले। '
- उनकी लालित्यपूर्ण भाषा में ईश्वर “ रसो वैसै: ” के रूप में भी विद्यमान है तथा वेदान्त के तत्त्वमसि, अयमात्मा ब्रह्म के रूप में भी।
- उनकी लालित्यपूर्ण भाषा में ईश्वर ' ' रसो वैसैः '' के रूप में भी विद्यमान है तथा वेदान्त के तत्त्वमसि, अयमात्मा ब्रह्म के रूप में भी ।
- दृष्टान्त के अंशमात्र से बोध्य का (ज्ञेय ब्रह्म का) बोधोदय होने पर ' तत्त्वमसि ' आदि महावाक्यों के अर्थ के निश्चय का उपादेयरूप से ग्रहण करना चाहिए।
- मूल्य के आख्यानकों को कंठगत कर ' तत्त्वमसि ' के ऋचा-सूत्रों को पचाया शुभ्र भगवा श्वेत के परिधान में पा गया पद श्री विभूषित आर्य का मैं पथ-प्रदर्शक.