तरंगदैर्ध्यों वाक्य
उच्चारण: [ ternegadairedheyon ]
उदाहरण वाक्य
- मकानों में लगाई जाने वाली कम-उत्सर्जनता वाली खिड़कियां अधिक जटिल तकनीक से बनी होती हैं क्यौंकि उनमें दर्शनीय रोशनी में पारदर्शक रहते हुए गर्म तरंगदैर्ध्यों पर कम उत्सर्जनता होनी पड़ती है.
- मकानों में लगाई जाने वाली कम-उत्सर्जनता वाली खिड़कियां अधिक जटिल तकनीक से बनी होती हैं क्यौंकि उनमें दर्शनीय रोशनी में पारदर्शक रहते हुए गर्म तरंगदैर्ध्यों पर कम उत्सर्जनता होनी पड़ती है.
- इस अध्ययन में काले पदार्थ को उष्मीय संतुलन में लिया गया और, क्योंकि उसके अनंत हत निकलते थे, तो लगा के उर्जा भी अनंत तरंगदैर्ध्यों में दिखनी चाहिए और अनंत होनी चाहिए।
- इस अध्ययन में काले पदार्थ को उष्मीय संतुलन में लिया गया और, क्योंकि उसके अनंत हत निकलते थे, तो लगा के उर्जा भी अनंत तरंगदैर्ध्यों में दिखनी चाहिए और अनंत होनी चाहिए।
- वैज्ञानिकों ने विभिन्न खनिजों की विभिन्न तरंगदैर्ध्यों में परावर्तित प्रकाश का अध्ययन किया और इन अंतरों का इस्तोमाल यह जानने के लिए किया कि ऊपरी मिट्टी की पतली परत में क्या मौजूद है।
- उत्तर: गर्म करने पर जैसे जैसे लोहे का ताप बढ़ता है इसके परमाणुओं से पहले दीर्घ तरंगदैर्ध्यों की और फिर क्रमशः छोटे होते जाते तरंगदैर्ध्यों की विद्युत चुम्बकीय तरंगे अधिकाधिक परिमाण में निकलती है।
- उत्तर: गर्म करने पर जैसे जैसे लोहे का ताप बढ़ता है इसके परमाणुओं से पहले दीर्घ तरंगदैर्ध्यों की और फिर क्रमशः छोटे होते जाते तरंगदैर्ध्यों की विद्युत चुम्बकीय तरंगे अधिकाधिक परिमाण में निकलती है।
- गर्म करने पर लोहा पहले लाल और फिर सफेद प्रकाश क्यों उत्सर्जित करता है? उत्तर: गर्म करने पर जैसे जैसे लोहे का ताप बढ़ता है इसके परमाणुओं से पहले दीर्घ तरंगदैर्ध्यों की और फिर क्रमशः छोटे होते जाते तरंगदैर्ध्यों की विद्युत चुम्बकीय तरंगे अ...
- गर्म करने पर लोहा पहले लाल और फिर सफेद प्रकाश क्यों उत्सर्जित करता है? उत्तर: गर्म करने पर जैसे जैसे लोहे का ताप बढ़ता है इसके परमाणुओं से पहले दीर्घ तरंगदैर्ध्यों की और फिर क्रमशः छोटे होते जाते तरंगदैर्ध्यों की विद्युत चुम्बकीय तरंगे अ...
- यदि प्रकाश तरंग होता तो उष्मागतिकी के नज़रिए से कृष्णिका को छोटी तरंगदैर्ध्यों (वैवलॅन्थों) पर अनंत उर्जा छोड़नी चाहिए, पर ऐसा नहीं है-प्लांक के कणों वाले गणित का उत्तर ठीक निकलता है (काली लक़ीर तरंगों पर आधारित ग़लत भविष्यवाणी दिखाती है और अन्य लक़ीरें भिन्न तापमानों पर कणों पर आधारित सही नतीजा दिखतीं हैं