ताराशंकर बंद्योपाध्याय वाक्य
उच्चारण: [ taaraashenker bendeyopaadheyaay ]
उदाहरण वाक्य
- रवींद्रनाथ ठाकुर ने ताराशंकर बंद्योपाध्याय की कहानियों के बारे में कहा था कि वे मिट्टी और मनुष्य को जानते हैं।
- फ़िल्म की पटकथा ख़ुद लिखने वाले ऋतुपर्णो कहते हैं कि “यह फिल्म ताराशंकर बंद्योपाध्याय की कहानी ' प्रतिमा' पर आधारित है.”
- ताराशंकर बंद्योपाध्याय की ख्याति उपन्यासकार के रूप में अधिक थी लेकिन उनकी तारणीमाझी, डाइन, नारी ओ नागिनी जैसी कहानियों ने पाठकों के मन को झकझोरा था।
- ताराशंकर बंद्योपाध्याय, अचिंत्य कुमार सेनगुप्त, प्रेमेंद्र मित्र, बुद्धदेव बसु, प्रबोध कुमार सान्याल, भवानी मुखोपाध्याय सरीखे कथाकार इस समय कथा सृजन के क्षेत्र में सक्रिय थे।
- १९७० में ताराशंकर बंद्योपाध्याय के उपन्यास, ' गणदेवता ' को पढ़ते हुए मुझे लगा था कि प्रेमचंद के बाद भी ऐसे लोग पैदा हुए हैं जो आपको अपनी कहानी के गाँव में बैठा देते हैं.
- १ ९ ७ ० में ताराशंकर बंद्योपाध्याय के उपन्यास, ' गणदेवता ' को पढ़ते हुए मुझे लगा था कि प्रेमचंद के बाद भी ऐसे लोग पैदा हुए हैं जो आपको अपनी कहानी के गाँव में बैठा देते हैं.
- पार्क स्ट्रीट पर अकेले घूमने और फ्लूरिज़ में बैठकर चॉकलेट ट्रूफल खाने की ख्वाहिश ने दम नहीं तोड़ा, मैं कभी फेलूदा और प्रोफेसर शॉन्कु, कभी ताराशंकर बंद्योपाध्याय तो कभी डॉमिनिक लैपियर की नज़रों से कलकत्ते को देखती रही, जीती रही, महसूस करती रही।
- वस्की तथा एण्ड क्वाइट फ्लोज़ द दोन / शोलोखोव उपन्यास (भारतीय,हिंदी के अतिरिक्त) 1. गोरा / रवींद्रनाथ 2. गणदेवता / ताराशंकर बंद्योपाध्याय तथा आशापूर्णा देवी की उपन्यास त्रयी (प्रथम प्रतिश्रुति,सुवर्णलता और बकुलकथा) 3. अमृत संतान / गोपीनाथ महंती तथा मृत्युंजय / वीरेंद्र कुमार भट्टाचार्य 4. यायाति / वि.
- यद्यपि ताराशंकर बंद्योपाध्याय की कहानी “ पदमा ” का अन्त भी कौतूहलपूर्ण अप्रत्याशित होता है परन्तु कहानी में वातावरण का जीवंत चित्रण, चन्द्र महाशय की जिजीविषा, उनका अन्तर्द्वन्द्व, पति-पत्नी का अप्रतिम प्रेम, समर्पण और पद्मा की आस्था एवं कर्तव्यभावना के बीच होने वाले संघर्ष का निर्वाह जिस खूबी से लेखक ने किया है, उससे यह एक श्रेष्ठ कहानी बन जाती है।