तुम हो ना वाक्य
उच्चारण: [ tum ho naa ]
उदाहरण वाक्य
- वहीं मैं हूँ, वहीं तुम हो ना जाने अब कहा गुम हो |साथ हो कर भी साथ रहते नहीं,क्या मुझसे अब नाराज तुम हो?
- उसने कहा अकेले?, नही तो, किसने कहा? मैं कहाँ मम्मी-पापा और दीदी सब चले गये फिर कौन है तुम्हारे सा थ. उसने कहाँ तुम हो ना ……..
- वहीं मैं हूँ, वहीं तुम हो ना जाने अब कहा गुम हो | साथ हो कर भी साथ रहते नहीं, क्या मुझसे अब नाराज तुम हो? प्यारा था वो कल, साथ था ह...
- क्या कहूंगी? कैसे कहूंगी कि इतने सालों तक तुम्हें याद भी किया लेकिन तुम्हारे बिना जीने की ऐसी आदत पड़ गई है कि तुम हो ना हो, कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं, फिर भी पड़ता है।
- आज मेरे हाथ तुहारे हाथों को देख नहीं पाते पर, तुम ही थे या तुम ही होे जिसने मुझे जीना बतलाया बोलो ना तुम हो ना.... शुक्रिया-माँ सर्व प्रिर्य मां विषय पर विक्सन भाई ने कुछ लिखा है।
- मेरी अनुभूति वही दिन है वही समय है शायद वही घडी है ना वही तुम हो ना वही मैं हूँ अनुभूति बदल रही है मेरे सोचने का अंदाज़ तुम्हारे होने का आभास इस अनोखी जीवन लीला ने सैकड़ो मोड़ बदल दिए कुछ नई राहें रास्ते खोल दिए शायद यही सही शुरुआत है एक नए जीवन की!
- जोह भी मारनेवाला है, या मरनेवाला है, वोह तो ना तुम हो ना वोह, ना कोइ और, वोह तो रुप मैं बंधे हुये आकार है, जैसे दीखता है, मगर अँधेरा कभी होता ही नही, वोह तो सीर्फ रौशनी का आभाव होता है, और रौशनी कभी आती और जाती नही, वोह हमेशा रहती है, पानी मैं भी, हवा मैं भी, तुम जीस्त्रह से देखोगे, उसे जगाओगे, वोह वैसे रुप लेगी, मगर उसके रुप मीटानेसे वोह नही मीटेगी, उसका सीर्फ दीखना मीटेगा.