दशलक्षण धर्म वाक्य
उच्चारण: [ deshelkesn dherm ]
उदाहरण वाक्य
- इस पावन पर्युषण महापर्व के अवसर पर आओ, भगवान ने बताये हुए और मोक्षमार्ग मे सहायक दशलक्षण धर्म से प्रथम धर्म उत्तम क्षमा को धारण कर एक दुसरे के प्रति जो भी कलुषता उत्पना हुई हो, उसे स्वच्छ करें।
- मै बडा हूं, मै ज्ञानी हूं, मेरा तप, जाती, कुल, ज्ञान, शरीर आदि औरों से अच्छा है, यह भावना छोड के, मार्दव भावना के अंगीकार कर दशलक्षण धर्म के द्वितीय धर्म का पालन करें।
- फिर वनपर्व (2.75 ष् में दशलक्षण धर्म की परवर्ती शैली में अष्टविध, आठ तरह के धर्म का विवरण है-‘ इज्याध्ययनदाननि तपः सत्यं क्षमा दमः, अलोभ इति मार्गोयं धर्मस्याष्टविधः स्मृतः ' अर्थात धर्म आठ तरह का बताया गया है-यज्ञ, अध्ययन, दान, तपस्या, सत्य, क्षमा, दम और अलोभ।
- छिंदवाड़ा। पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व के दूसरे दिन सकल दिगम्बर जैन समाज ने दशलक्षण धर्म के दूसरे लक्षण उत्तम मार्दव धर्म की मंगल आराधना की, मार्दव अर्थात सरलता मान कषाय अहंकार के अभाव में सरलता विनय गुण आता है इससे ही मार्दव धर्म प्रगट होता है। तारण भवन में बाल ब्रहमचारी डॉ. आरती बहन ने मार्दव धर्म के विषय में कहा