दीर्घनिकाय वाक्य
उच्चारण: [ direghenikaay ]
उदाहरण वाक्य
- १ ४ निश्चय ही ‘ तेविज्जसुत्त ` (दीर्घनिकाय) का संवाद जिसमें वेदों का जिक्र है, क्षेपक है क्योंकि आरंभिक पालि बौद्धग्रंथों में इंद्र तथा ब्रह्मा को बुद्ध के उपदेशों को श्रद्धापूर्वक सुननेवालों के रूप में प्रस्तुत किया गया है।