दुलाईवाली वाक्य
उच्चारण: [ dulaaeaali ]
उदाहरण वाक्य
- उनकी कहानी ‘ दुलाईवाली ' में यथार्थचित्रण व्यंग्य विनोद, पात्र के अनुरूप भाषा शैली और स्थानीय रंग का इतना जीवन्त तालमेल था कि यह कहानी उस समय की ज़रूरी कृति बन गई।
- मन की चंचलता (माधवप्रसाद मिश्र) १९०७ गुलबहार (किशोरीलाल गोस्वामी) १९०२, पंडित और पंडितानी (गिरिजादत्त वाजपेयी) १९०३, ग्यारह वर्ष का समय (रामचंद्र शुक्ल) १९०३, दुलाईवाली (बंगमहिला) १९०७, विद्या बहार (
- बंग महिला की दुलाईवाली को हिन्दी की पहली कहानियों में जगह मिली और बीसवीं सदी में महिलाओं ने पत्रिकायें भी निकालीं, लेकिन 1950 से पहले के साहित्य इतिहास में जगह बनाने योग्य महिलायें महादेवी वर्मा के अलावे किंचित मात्र ही रही।
- जब १ ९ ० ७ में पहली कहानी आई राजेन्द्रबाला घोष की ' दुलाईवाली ‘ और ऊषादेवी मित्रा की ' प्रथम छाया ‘, तो मुझे याद है कि उनमें अपनी बात कहने की उत्सुकता कितनी प्रबल ढंग से व्यक्त हुई थी।
- उन्होंने बहुत सी कहानियों का बंगला से अनुवाद तो किया ही, हिन्दी में कुछ मौलिक कहानियाँ भी लिखीं जिनमें से एक थी ' दुलाईवाली ' जो संवत् 1964 की ' सरस्वती ' (भाग 8, संख्या 5) में प्रकाशित हुई।
- 1901 में माधवराव सप्रे की ‘ एक टोकरी भर मिट्टी ' ; 1902 भगवानदास की ‘ प्लेग की चुड़ैल ' 1903 में आचार्य रामचन्द्र शुक्ल की ‘ ग्यारह वर्ष का समय ' और 1907 में बंग महिला उर्फ राजेन्द्र बाला घोष की ‘ दुलाईवाली ' बीसवीं शताब्दी की आरंभिक महत्वपूर्ण कहानियाँ थीं।
- ' पंडित किशोरीलाल गोस्वामी ' के प्रथम कहानी ' इंदुमती ' को मौलिक कहानी का दर्जा दिया गया है. तत्पश्चात ' गोस्वामी ' जी की ही ' गुलबहार ', ' मास्टर भगवानदास ' का ' प्लेग की चुड़ैल ', रामचंद्र शुक्ल ' का ' ग्यारह वर्ष का समय ', पंडित गिरजादत्त वाजपेयी ' का ' पंडित और पंडितानी ' और ' बंग महिला ' की ' दुलाईवाली ' कहानिया एक-एक करके प्रकाशन में आई. इसके आलावा भी बहुत सी उंदा कहानियां लिखीं गयी और प्रकाशित हु ई.