देवीपुराण वाक्य
उच्चारण: [ devipuraan ]
उदाहरण वाक्य
- देवीपुराण के अनुसार भगवान शिव को प्राप्त आठ सिद्धियाँ देवी की कृपा से ही प्राप्त हुई है।
- इन कथाओं के अतिरिक्त देवीपुराण, भागवतपुराण, रामायण, महाभारत, रागमाला, बारामासा तथा दैनिक जीवन की भी व्यापक रूप से चित्रण किया गयाथा.
- देवीपुराण के अनुसार देवी ने व्यास जी को अपने अनेक रूपों के दर्शन कराए, जिनमें कहीं वे विष्णुरूपा थीं तो कहीं ब्रह्मा या शिवरूपा थीं।
- महाभागवत यानि देवीपुराण के 12 वें अध्याय में आता है कि सती के वियोग से अत्यन्त दुखित होकर भगवान शंकर ने ब्रह्मा और विष्णु से सती-प्राप्ति का उपाय पूछा था।
- ब्रह्मवैवर्त पुराण में भी देवीपुराण के इस तथ्य को स्पष्ट किया गया है कि जैसे दो फूल सुगन्ध एक, दो दीप प्रकाश एक, दो ओष्ठ शब्द एक, दो नेत्र दृष्टि एक है।
- देवीपुराण में कहा गया है कि साक्षात भगवान जनार्दन ही यहां जल, द्रव, रूप में विद्यमान हैं, भगवती कामेश्वरी की पूजा करने से पूर्व महापीठ कामाख्या के जल में स्नान करना चाहिए।
- देवीपुराण के रचयिता वेदव्यास जी को यह पहले से ही ज्ञात था कि कलियुग में लोग शाक्त, वैष्णव, शैव या गाणपत्य सम्प्रदाय के नाम पर परब्रह्म परमात्मा में भेदभाव करके संघर्ष की स्थिति उत्पन्न कर देंगे।
- देवीपुराण में ही वर्णन है कि जब दक्ष प्रजापति द्वेष वश शिव और सती की निन्दा करते हैं, तब उनको समझाते हुए महर्षि दधीचि शिव और सती की एकरूपता प्रतिपादित करते हुए कहते हैं कि सती निराकार आद्या प्रकृति हैं और शिव परमपुरुष हैं।
- balloon title = “ कालनिर्णय (पृ 0 350) ” style = “ color: blue ” > * / balloon > * कृत्यकल्पतरू (नैयतकाल), हेमाद्रि (काल) एवं कालविवेक ने देवीपुराण की उक्तियाँ दी हैं, जिनमें कुछ निम्न हैं-' कार्तिक के ग्रहण में [[प्रयाग | गंगा-यमुना-संगम]] श्रेष्ठ है, [[मार्गशीर्ष]] में देविका में, [[पौष]] में नर्मदा में, [[माघ]] में सन्निहिता नदी पवित्र है ' आदि-आदि।