द्वारका नदी वाक्य
उच्चारण: [ devaarekaa nedi ]
उदाहरण वाक्य
- शताब्दियों से साधकों, सिद्धों में प्रसिद्ध यह स्थल पश्चिम बँगाल के बीरभूम अँचल में रामपुर हाट रेलस्टेशन के पास द्वारका नदी के किनारे स्थित है ।
- शताब्दियों से साधकों, सिद्धों में प्रसिद्ध यह स्थल पश्चिम बँगाल के बीरभूम अँचल में रामपुर हाट रेलस्टेशन के पास द्वारका नदी के किनारे स्थित है ।
- उनका खद्दोऊ पहन कर द्वारका नदी के ऊपर चलना और मुरझाये हुए तुलसी वृक्ष को हरा भरा कर देना जैसे आलौकिक कार्यों को देख कर वामा चकित रह गए।
- -: तारापीठ स्थल:-झारखंड के बैधनाथ धाम के बगल में दुमका जिला से सटे पश्चिम बंगाल के वीरभूमी में स्थित द्वारका नदी के पास महाश्मशान में स्थित है तारा पीठ।
- बाबा उफनती द्वारका नदी को तैरकर पार किये और अपने गाँव “ अतला” जाकर माता के शव को कँधे में लेकर फिर बाढ़ भरी द्वारका नदी को तैरकर पार करके तारापीठ के महाश्मशान में ले आये ।
- बाबा उफनती द्वारका नदी को तैरकर पार किये और अपने गाँव “ अतला” जाकर माता के शव को कँधे में लेकर फिर बाढ़ भरी द्वारका नदी को तैरकर पार करके तारापीठ के महाश्मशान में ले आये ।
- तीसरा ऊर्ध्व नेत्र गिरा वक्त्रेश्वर से ईशान कोण पर वैधनाथ से पूर्व उतराभिमुख प्रवाहित द्वारका नदी के तट पर स्थित महाश्वमशान के भीतर एक श्वेत सेमल वृ्क्ष के नीचे, जहां शिलामयी चण्डी भगवती उग्रतारा विधमान है.
- विजय कुमार सिंह ने मंदिर व आसपास के कई फोटो खींचे जिसमें होटल से लेकर उस द्वारका नदी तक का फोटो है जिसे धर्मस्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं की सेवा के बहाने जीविकोपार्जन में लगे स्थानीय लोगों, दुकानदारों और खासतौर पर होटल वालों ने नरक बना रखा है।
- बैधनाथ धाम के पूर्व दिशा में उत्तर वाहिनी, द्वारका नदी के पूर्वी तट पर महाश्मशान में श्वेत शिमूल के वृक्ष के मूल स्थान में “ सती देवी ” के ऊर्धव यानी तीसरे नेत्र का तारा गिरा, तो यही स्थान “ शिलामयी चण्डी भगवती उग्र तारा ” के नाम से प्रसिद्ध हैं, यही तारा पीठ के भक्त थे वामाक्षेपा।