ध्रुवदास वाक्य
उच्चारण: [ dheruvedaas ]
उदाहरण वाक्य
- उसके चरित्र में राधावल्लभीय भक्त कवियों ने वृन्दावनदास, सेवकजी, चतुर्भुजदास, ध्रुवदास आदि कवियों के पद तथा ' ब्रजप्रेमानन्द सागर ', ' राधा लाड़सागर ') मातृत्व के चित्रण में वात्सल्य की उसी व्यंजना का यत्न किया है जो अष्टछापी कवियों ने यशोदा के चरित्र के द्वारा की है।
- जब लोग इन्हें खुले मैदान मंदिरों में पुरुषों के सामने जाने से मना करते तब वे कहतीं कि ' कृष्ण के अतिरिक्त और पुरुष है कौन जिसके सामने लज्जा करूँ? ' मीराबाई का नाम भारत के प्रधान भक्तों में है और इनका गुणगान नाभाजी, ध्रुवदास, व्यास जी, मलूकदास आदि सब भक्तों ने किया है।