नान्यदेव वाक्य
उच्चारण: [ naaneydev ]
उदाहरण वाक्य
- 11वीं शती में मिथिला के राजा नान्यदेव ने “सरस्वती हृदयालंकार ” ग्रंथ की रचना की।
- अंततः 1097 ई. में कोसी के पश्चिम मिथिला में नान्यदेव द्वारा कर्णाट राजवंश की स्थापना की गई।
- नान्यदेव के पुत्र गंगदेव (शासनकाल: 1147-1187 ई.) के काल में कोसी का प्रवाह-मार्ग इसकी सउरा धार थी और यह तिरहुत (मिथिला) और बंगाल की सीमा रेखा का काम करती थी।
- उसने वंग के वर्मन शासन का अंत किया, विक्रमपुर में अपनी राजधानी स्थापित की, पालवंश के मदनपाल को अपदस्थ किया और गौड़ पर अधिकार कर लिया, नान्यदेव को हराकर मिथिला पर अधिकार किया, गहड़वालों के विरुद्ध गंगा के मार्ग से जलसेना द्वारा आक्रमण किया, आसाम पर आक्रमण किया, उड़ीसा पर धावा बोला और कलिंग के शासक अनंत वर्मन चोड़गंग के पुत्र राघव को परास्त किया।