नौ गांव वाक्य
उच्चारण: [ nau gaaanev ]
उदाहरण वाक्य
- नौ गांव) के निकट मऊ सहानिया के छुवेला ताल पर अपना शरीर त्यागा और विंध्य की अपत्यिका में भारतीय आकाश पर सदा-सदा के लिए जगमगाते सितारे बन गये।
- विगत दिनों अवैध वसूली को लेकर शेरगढ़ में हुए बवाल और उसमें पुलिस द्वारा निर्दाेषों को फंसाए जाने के विरोध में आज नौ गांव में आसपास के 42 गांवों की महांपचायत हुई।
- प्रधान मुर्मू ने बताया कि लगभग नौ गांव जिनमें बनगोड़ा, खेलाडीह, काकदोहा, सोसोगोड़ा, रतनू कोचा, धनियाबेड़ा छोलागोड़ा, लेंजोबेड़ा, पुटूरगोड़ा में आए दिन बिजली की समस्या से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है ।
- उत्तरकाशी के पुरोला, मोरी, नौ गांव विकासखण्ड और जौनपुर के थत्यूड़ विकास खंड के कुछ हिस्सों को तत्कालीन मुख्यमंत्री एन डी तिवारी ने ३ १ जनवरी २ ०० ४ को पिछड़ा क्षेत्र में शामिल किया था।
- मुरैना 23 जनवरी 2008 / / कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने ग्राम पंचायत नौ गांव, रान्सू, सिहोनिया, पचेर और सलमपुर में पंचायत कर्मी (सचिव) की नियुक्ति हेतु समय-सीमा निर्धारित कर दी है ।
- प्रतापी छत्रसाल ने पौष शुक्ल तृतीया भृगुवार संवत् १ ७ ८८ (दिसंबर १ ७ ३ १) को छतरपुर (नौ गांव) के निकट अपना शरीर त्यागा और भारतीय आकाश पर सदा-सदा के लिए जगमगाते सितारे बन गये।
- प्रतापी छत्रसाल ने पौष शुक्ल तृतीया भृगुवार संवत् 1788 (दिसंबर 1731) को छतरपुर (chhatarpur) (नौ गांव) के निकट मऊ सहानिया के छुवेला ताल पर अपना शरीर त्यागा और विंध्य की अपत्यिका में भारतीय आकाश पर सदा-सदा के लिए जगमगाते सितारे बन गये।
- इसी प्रकार जिले के नौ गांव भंकोली डासडा दंदालका अगोड़ा सैकू गंवाणा नैताला सिरोर हिना मनेरी जामक कामर बयाणा ओथरू ओंगी टिपरी सिंलग जुड़ावभटवाड़ी सैंज जखोल गोरसाली द्वारीपाही रैथलनटीण बंद्राणी क्यार्क पाला बारसू सांलग तिहारभुक्की स्याबा सेरी सौलू भेल कुज्जन पिलंग जैंकाणी जैसे कई दूरस्थ गांवों में राहत सामग्री और रसद की जरूरत है।
- इनमें बरनाला के नौ गांव, फतेहगढ़ साहिब के 23, गुरदासपुर के 25, होशियारपुर का एक, लुधियाना के दो, मानसा के सात, मुक्तसर के छह, पटियाला के 41, रूपनगर के 34, शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) के सात और तरनतारन का एक गांव शामिल है।
- मुरार के नौ गांव बंधौली, सौंसा, बड़ेरा फुटकर, गिरगांव, मोहनपुर, बेरजा, बिल्हेटी, रनगवां, चक केशवपुर, घाटीगांव के चार गांव कैथा, पार, सिमरिया, आमीआमा, डबरा के पांच गांव पठा पनिहार, करियावटी, मेहगांव, झाड़ौली, भगेह, भितरवार के छह गांव सांखनी, देवरीकला, एराया, गड़ाजर, मस्तूरा, बड़की सराय की नल-जल योजनाएं बंद होने से ग्रामीणों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है।