पंचमकार वाक्य
उच्चारण: [ penchemkaar ]
उदाहरण वाक्य
- पंचमकार में से एक “मुद्रा” के बारे में जितनी भ्रान्ति हैं बहुत कम लोग ही समझ ही पाते हैं कि क्या हैं ये?, क्यों इनका महत्त्व हैं?, ओर क्या
- उन्होंने तंत्र का तात्पर्य भोग, विलास, मद्य, मांस, पंचमकार को ही मान लिया! “मद्यं मांसं तथा मत्स्यं मुद्रा मैथुनमेव च, मकार पंचवर्गस्यात सह तंत्रः सह तान्त्रिकां” जो व्यक्ति इन पांच मकारो में लिप्त रहता हैं वही तांत्रिक हैं, भयानन्द ने ऐसा कहा!
- इन पुस्तकों के अतिरिक्त आर्य समाज का प्रचार करने के लिए आपने अनेक छोटे छोटे ट्रैक्ट भी लिखे जिनमें मूर्ति पूजा मत खण्डन, अष्टोतर शतवचन्मलिका, नवीन वेदान्त खण्डन, वेद विरोधी अंग्रेजों के पंचमकार, महर्षि के अम्रतसर में १ २ ७ दिन, हमारी गिरावट के कारण और समाधान, अपने प्रभु से, श्री क्रष्ण चरिताम्रत, नास्तिक मत खण्डन के अतिरिक्त पं. देव प्रकाश अबिनन्दन ग्रन्थ (सम्पादन) आदि।