पह्लव वाक्य
उच्चारण: [ phelv ]
उदाहरण वाक्य
- तथापि कुछ युरोपीय इतिहासविद् ' पह्लव ' सारे पारस निवासियों की नहीं केवल पार्थिया निवासियों पारदों-की अपभ्रश संज्ञा मानते हैं।
- ऐसी दशा में ' पह्लव ' शब्द का पारस से इतना घनिष्ठ संबंध हो जाना कोई आश्चर्य की बात नहीं है ।
- एक यह कि अरमनी भाषा के ग्रंथों में लिखा है कि अरसक (पारद) राजाओं की राज-उपाधि ' पह्लव ' थी ।
- संस्कृत पुस्तकों में सभी स्थलों पर ' पारद ' औक ' पह्लव ' को अलग अलग दो जातियाँ मानकर उनका उल्लेख किया गया है ।
- प्राचीन काल में फारस के सरदारों का ' पहृ-लवान ' कहलाना भी इस बात का समर्थक है कि पह्लव पारसीकों का ही नाम है ।
- मनुस्मृति के अनुसार ' पह्लव ' भी पारद, शक आदि के समान आदिम क्षत्रिय थे और ब्राह्मणों के अदर्शन के कारण उन्हीं की तरह संस्कारभ्रष्ट हो शूद्र हो गए।
- विश्वामित्र के द्वारा हरी जाने पर उसने वशिष्ठ की आज्ञा से लड़ने के लिये जिन अनेक क्षत्रिय जातियों को अपने शब्द से उत्पन्न किया ' पह्लव ' उनमें पहले थे ।
- उपर्युक्त तथा अन्य संस्कृत ग्रंथों में पह्लव शब्द सामान्य रीति से पारस निवासियों या ईरानियों के लिये व्यवहृत हुआ है मुसलमान ऐतिहासिकों ने भी इसको प्राचीन पारसीकों का नाम माना है ।
- इसके पहले यूनानी, शक, कुषाण, हूण, पह्लव आदि के हमले तो हुए, उन्होंने देश के भीतर दूर तक अपने राज्य भी कायम किये, लेकिन उनके कारण देश में कोई मजहबी, जातीय व भाषाई संकट नहीं पैदा हुआ।
- यदि ऐसा था तों अपनी पत्नी को बाल्मीकि ऋषि के आश्रम नहीं बल्कि बाह्लिक, भारदोह, तुतुत्सू, त्रित्सू, पह्लव, गणवाक, अभाद्रक आदि जंगल जो अयोध्या से सटे हिमालय पर्वत क़ी तलहटी में थे वहां पर उन्हें छोड़ने का आदेश होता.