पाशुपतास्त्र वाक्य
उच्चारण: [ paashupetaasetr ]
उदाहरण वाक्य
- महाभारत में वर्णित है कि स्वयं अर्जुन ने शिव को प्रसन्न करके पाशुपतास्त्र की प्राप्ति की थी।
- नारायणास्त्रके शरण हो जानेसे उसका शमन हो जाता है लेकिन पाशुपतास्त्र तो खतम ही कर देता है ।
- वैसे ही ‘ मर जायेंगे पाप नहीं करेंगे ‘-यह पाशुपतास्त्र है, मरना पड़ेगा नहीं ।
- शंकरजी ने उस समय सुप्रिय वैश्य का अपना एक पाशुपतास्त्र भी दिया और उसके बाद वे अन्तर्धान (लुप्त) हो गये।
- इन अक्षरों में अनेकों प्रकार के आग्नेयास्त्र, वरुणास्त्र, नारायणास्त्र, पाशुपतास्त्र, ब्रह्मास्त्र आदि हथियार बनाने के विधान मौजूद हैं ।
- जैसे राम द्वारा शिव का बाण तोड़ा जाना, मोहनास्त्र, आग्नेयास्त्र, ब्रह्मास्त्र, पाशुपतास्त्र, इंद्र का वज्र, आदि.
- पाशुपतास्त्र रखो अपने पास! मर जायेंगे पर अन्याय, पाप, शास्त्रविरुद्ध, लोकमर्यादा विरुद्ध नहीं ही करेंगे! चाहे मर ही क्यों न जाय!!
- पाशुपतास्त्र (अस्त्र) प्राप्त करने के बाद सुप्रिय ने उसक बल से समचे राक्षसों का संहार कर डाला और अन्त में वह स्वयं शिवलोक को प्राप्त हुआ।
- तो बाण वही है पर राम के हाथों वह राम बाण बन जाता है, अस्त्र वही है पर शिव के हाथों वह पाशुपतास्त्र और ब्रह्मास्त्र बन जाता है।
- तो बाण वही है पर राम के हाथों वह राम बाण बन जाता है, अस्त्र वही है पर शिव के हाथों वह पाशुपतास्त्र और ब्रह्मास्त्र बन जाता है।