पितृ पूजा वाक्य
उच्चारण: [ piteri pujaa ]
उदाहरण वाक्य
- धनदायिनी योग में करें पितृ पूजा: पंडित गणपति महाराज ने बताया कि धन दायिनी योग शुरू होने पर ही पितृ पूजा करें।
- इसी लिए तो यज्ञ एवं पितृ पूजा और ग्राहनादी दोष से बचने में प्रयोग होते है!!इसकी दर्भ याने कुशमुद्रिका का प्राधान्य भी है!
- पितृ पूजा से लाभ शास्त्रों में कहा गया है कि पितरों को संतुष्ट करने वाले व्यक्ति को कभी तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ता है।
- युवा सेवा संघ सचिव विजेंद्र जोशी ने बताया कि बालकों में संस्कारों के विकास और १४ फरवरी को मातृ पितृ पूजा दिवस मनाने के उद्देश्य के लिए यह...
- निम्न लोक गीत जो की पितृ पूजा में गाया जाता है उस लोक गीत में में पूर्वज द्वारा पुनर्जनम लेने की बात की गयी है धरम दवारे ओ रूड़ी पीपला जी जठे पूरवज करे विचार xxx xx
- सभी तिथियों की अपनी एक अध्यात्मिक विशेषता होती है जैसे अमावस्या पितृ पूजा के लिए आदर्श होती है, चतुर्थी गणपति की पूजा के लिए, पंचमी आदिशक्ति की पूजा के लिए, छष्टी कार्तिकेय पूजा के लिए, नवमी राम की पूजा, एकादशी व द्वादशी विष्णु की पूजा के लिए, तृयोदशी शिव पूजा के लिए, चतुर्दशी शिव व गणेश पूजा के लिए तथा पूर्णमा सभी तरह की पूजा से सम्बन्धित कार्यकलापों के लिए अच्छी होती है.