पुष्पभूति वाक्य
उच्चारण: [ pusepbhuti ]
उदाहरण वाक्य
- हर्षवर्धन के मधुबन ताम्रपत्र में उसके पूर्वपुरूषों की नामावली में कहीं भी पुष्पभूति नाम का उल्लेख नहीं प्राप्त होता।
- पुष्पभूति-प्राचीन भारत का प्रसिद्ध राजवंश जिसने लगभग छठी शताब्दी के अंत से लेकर लगभग सातवीं शताब्दी के मध्य तक राज्य किया।
- इस उपन्यास में जो चित्र दिखाया गया है वह गुप्तसाम्राज्य की घटती के दिनों का है जब श्रीकंठ (थानेश्वर) के पुष्पभूति वंश का प्रभाव बढ़ रहा था।
- हूणों के आक्रमण तथा विकेंद्रीकरण की शक्तियों का उदय होने तथा फलस्वरूप गुप्त साम्राज्य के छिन्न-भिन्न होने से पुष्पभूति ने श्रीकंठ प्रदेश में अपनी स्वाधीन सत्ता स्थापित कर ली थी।
- एक लंबे समय तक इस क्षेत्र में चले सत्ता-संघर्ष में परवर्ती गुप्तराजवंश, मौखरी राजकुल, पुष्पभूति (वर्द्धन) राजकुल, बंगाल का राजा शशांक, बांग-हुएन्-त्से (तिब्बती आक्रमणकारी), कामरूप-भूप हर्ष, कन्नौज-राज यशोवर्मन, कश्मीरेश्वर ललितादित्य मुक्तापीड़, पाल, प्रतिहार, राष्ट्रकूट, चंदेल, चालुक्य, चेदि (कल्चुरि) आदि भूपति शामिल रहे हैं।