प्रशस्तपाद वाक्य
उच्चारण: [ pershestepaad ]
उदाहरण वाक्य
- 1 प्रशस्तपाद,-भाष्य (६०० ई. पू.), “तत्रशुक्लं भास्वरं च रूपम्।
- ध्रुव ने प्रशस्तपाद को दिङ्नाग से पूर्ववर्ती सिद्ध किया है।
- बोदास प्रभृति विद्वानों के अनुसार प्रशस्तपाद वात्स्यायन से पूर्ववर्ती हैं।
- 3 प्रशस्तपाद,-भाष्य (६०० ई. पू.), “पुनरन्यस्मादग्नि संयोगादौष्ण्यापेक्षात् पाकजा जायन्ते।”
- 2 प्रशस्तपाद,-भाष्य (६०० ई. पू.), “घटादेरामद्रव्यस्याग्निना सम्बन्धस्याभिधानान्तोदनाद्वा तदारम्भकेष्वणुषु कर्मण्युत्पादयन्ते।”
- प्रशस्तपाद या प्रशस्तमति की वाक्यनाम्नी टीका
- कतिपय विद्वानों का कथन है कि प्रशस्तपाद दिङ्नाग के पूर्ववर्ती हैं।
- प्रशस्तपाद भाष्य का अध्याय आदि के रूप में विभाजन नहीं है।
- प्रशस्तपाद के अनुसार स्मृति भी किसी इन्द्रिय पर आधारित होती है।
- प्रशस्तपाद के समय के विषय में विद्वानों में एकमत्य नहीं है।