प्रेम शक्ति वाक्य
उच्चारण: [ perem shekti ]
उदाहरण वाक्य
- जब यीशु से पूछा गया कि सबसे मुख् य आज्ञा कौन सी है, उसने उत् तर दिया कि ‘‘ तू प्रभु अपने परमेश् वर से अपने सारे मन से और अपने सारे प्राण से और अपनी सारी बुद्धि से और अपनी सारी प्रेम शक्ति से प्रेम रखना।
- फिर भी ना जाने क्यो-प्रेम अर्थ है, प्रेम समर्थ है, फिर भी ना जाने क्यो व्यर्थ है॥ प्रेम आरजू है, प्रेम तपस्या है, फिर भी ना जाने क्यों निराशा है॥ प्रेम चेष्टा है, प्रेम निष्ठा है, फिर भी ना जाने क्यों रुठा है॥ प्रेम शक्ति है, प्रेम अनुभूति है, फिर भ
- फिर भी ना जाने क्यो-प्रेम अर्थ है, प्रेम समर्थ है, फिर भी ना जाने क्यो व्यर्थ है॥ प्रेम आरजू है, प्रेम तपस्या है, फिर भी ना जाने क्यों निराशा है॥ प्रेम चेष्टा है, प्रेम निष्ठा है, फिर भी ना जाने क्यों रुठा है॥ प्रेम शक्ति है, प्रेम अनुभूति है, फिर भ...
- प्रेम के इन्ही रंगों को देखते समझते जो खीझ होती है वह असहनीय है, प्रेम मिलन है, प्रेम शक्ति है न कि धोक ज़माने का जरिया, प्रेम अब बिकता है, हर गली हर नाके पर, प्रेम को परे होना होगा इनसे और विचारों को भी प्रेममय होना पड़ेगा, तब जाके कहीं बदलेगा वर्तमान प्रेम का भूगोल।